December 5, 2024

संसद के शीतकालीन सत्र का पहला हफ्ता हंगामे की भेंट चढ़ा, कार्यवाही स्थगित

अदाणी समूह पर लगे आरोपों और संभल हिंसा समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र का पहला हफ्ता हंगामे की भेंट चढ़ चुका है

Delhi/Alive News: अदाणी समूह पर लगे आरोपों और संभल हिंसा समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र का पहला हफ्ता हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। हालांकि मंगलवार से संसद में गतिरोध कम हुआ और संसद की कार्यवाही जारी है। संसद में आज संभल हिंसा पर खूब तकरार हुई।

संभल की घटना पर संसद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, ‘किसी अधिकारी के खिलाफ मुकदमा कायम नहीं हुआ। जो संभल में हुआ उसी आधार पर बदायूं, जौनपुर और अजमेर शरीफ में जो हो रहा है ये सारे देश में आग लगाने की साजिश है कि नहीं?’

राज्यसभा में सपा सांसद राम गोपाल यादव ने संभल हिंसा पर कहा, ’24 नवंबर को सुबह 6 बजे पूरे संभल में पुलिस तैनात कर दी गई। संभल के लोगों को पता ही नहीं था कि पुलिस क्यों तैनात की जा रही है। कुछ देर बाद DM, SSP, वकील और कुछ लोग पुलिस के साथ ढोल बजाते हुए मस्जिद में घुस गए। भीड़ को शक था कि वे मस्जिद में तोड़फोड़ करने जा रहे हैं। SDM ने पानी की टंकी खोली और जब पानी बाहर निकलने लगा तो लोगों को शक हुआ कि उसमें कुछ गड़बड़ है और फिर वहां अशांति फैल गई। पुलिस ने गोलियां चलाईं, 5 लोग मारे गए, 20 लोग घायल हुए, सैकड़ों लोगों पर केस दर्ज किए गए और कई लोग जेल में हैं, जो पकड़े गए उन्हें बुरी तरह पीटा गया। मेरा और कई अन्य लोगों का मानना है कि उत्तर प्रदेश में पहले जो चुनाव हुए थे, उसमें पड़ोसी जिलों की पुलिस ने किसी को वोट नहीं डालने दिया और जबरन चुनाव अपने कब्जे में ले लिया। यह सब एक तरह से उस बात से ध्यान हटाने के लिए हुआ।’

अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर लोकसभा में बोलते हुए कहा कि ‘संभल की घटना सोची-समझी रणनीति के तहत हुई है। भाजपा के शुभचिंतक बार-बार खुदाई की जो मांग कर रहे हैं, वह खुदाई देश के सौहार्द को खो देगी। उत्तर प्रदेश का उपचुनाव था, पहले चुनाव 13 तारीख को होना था, उसे बढ़ाकर 20 तारीख को कर दिया गया। अखिलेश यादव ने कहा कि मासूम लोगों पर गोलियां चलाई गईं। अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में जो घटना हुई है, वह एक सोची समझी साजिश है और संभल के भाईचारे को गोली मारने का काम हुआ है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों द्वारा पूरे देश में खुदाई की बातें देश के भाईचारे को खो देगी।’

संभल हिंसा के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा से वॉक आउट किया। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल हिंसा का मुद्दा उठाया, इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाने के लिए कहा। इस पर अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के सांसदों ने सदन से वॉक आउट कर दिया। साथ ही कांग्रेस सांसद भी वॉक आउट कर गए। हालांकि बाद में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सांसद वापस सदन में लौट आए।

लोकसभा में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल सरकार ने बड़े कामों को छोटा करके कुछ खास लोगों को लाभ पहुंचाने का अपराध किया है। इस योजना के तहत अपात्र लोगों को पात्र बनाया गया और पात्र लोगों को अपात्र बनाया गया, यह साबित हो चुका है, ग्रामीण विकास योजनाओं के नाम बदले गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का नाम बदलकर अपना नाम रखने का अपराध किया है। इसी योजना के तहत भी अपात्र लोगों को लाभ दिया गया और पात्र लोगों को छोड़ दिया गया। यह राशि दुरुपयोग के लिए नहीं है, यह अपात्र लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए नहीं है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा है ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’, लेकिन हम राशि का दुरुपयोग नहीं होने देंगे।’

बांग्लादेश मुद्दे पर कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा, ‘हम कई मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं। एक है, अडानी मुद्दे पर JPC और उस पर चर्चा। संभल मुद्दा है, अजमेर मुद्दा है, बांग्लादेश मुद्दा है, मणिपुर मुद्दा है। बहुत सारे मुद्दे हैं। लेकिन सरकार हमें इन मुद्दों पर चर्चा नहीं करने दे रही है। जैसे ही हम अडानी का नाम लेते हैं, वे कार्यवाही स्थगित कर देते हैं।’

संसद के शीतकालीन सत्र पर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा, ‘हम (विपक्ष) हमारी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सदन चले और जो जनता हमसे उम्मीद करती है, उस जनता की आवाज को हम बुलंद करें। अब सरकार (सदन की कार्यवाही) चलाना चाहती है तो चलेगा लेकिन अगर वे नहीं चलाना चाहती है, सब समझ आता है कि षड्यंत्र क्या है। हमारी (विपक्ष) जिम्मेदारी नहीं है सदन चलाना, जो कुर्सी पर बैठे हैं उनकी जिम्मेदारी बनती है।’

संसद की कार्यवाही शुरू हो गई है औऱ फिलहाल लोकसभा में प्रश्नकाल चल रहा है। विपक्ष ने शुरू की नारेबाजी। वहीं संसद परिसर में विपक्षी सांसदों ने अदाणी मामले पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें राहुल गांधी के साथ ही प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं।

मंगलवार को संसद भवन परिसर में विपक्षी इंडी गठबंधन के सांसदों ने अदाणी मामले पर विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं।

कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि ‘ये तय किया गया है कि सदन सुचारू रूप से चलेगा और हमें उम्मीद है कि सरकार विपक्ष के साथ सहयोग करेगी और उन मुद्दों पर चर्चा करेगी, जिन्हें विपक्ष ने उठाया है। संविधान पर भी बहस होगी।’

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर हिंसा मामले पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। अब देखने वाली बात होगी कि लोकसभा अध्यक्ष इसकी मंजूरी देते हैं या संसद में आज भी गतिरोध की स्थिति बनी रहती है।