September 29, 2024

उपायुक्त ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ नये बूथों के गठन को लेकर किया मंथन

Faridabad/Alive News : हरियाणा विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत नये बूथों के गठन व वोट बनवाने के कार्य को लेकर उपायुक्त विक्रम सिंह ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ गंभीरता से मंथन किया। उन्होंने कहा कि लगभग 1400 मतदाताओं तक के बूथ रखे जायेंगे। ऐसे में आवश्यकतानुसार करीब 170-180 नये बूथों का गठन किया जाएगा।

लघु सचिवालय में वीरवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त विक्रम सिंह कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अभी तक फरीदाबाद में करीब 1572 बूथ हैं, जिनमें अब मतदाताओं की सुविधा के लिए बढ़ोतरी की जाएगी। इसके लिए सहायक निर्वाचन अधिकारियों ने आवश्यकता व संभावनाओं को तलाशा है। बूथ रेशनेलाइजेशन के तहत बूथों की संख्या में वृद्धि की जाएगी, ताकि मतदाताओं को बूथों पर लंबी लाइन से राहत मिल सके। 

उपायुक्त ने जानकारी दी कि ग्रुप हाउसिंग सोसायटी भी चिन्हित की गई हैं। डीटीपी के माध्यम से करीब 154 ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की सूची तैयार की गई है। इनमें मतदाताओं की संख्या तथा बूथ के लिए आवश्यक स्थान की उपलब्धता की जांच कर सोसायटी में ही नए बूथ बनाये जायेंगे। इसके लिए उन्होंने आरडब्ल्यूए से भी सुझाव आमंत्रित किए। साथ ही उन्होंने बताया कि स्लम के निकटतम क्षेत्र में बूथ बनायेंगे, ताकि लोगों को मतदान के लिए दूर-दराज न जाना पड़े। इसके अलावा  उन्होंने बताया कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के तहत 25 जुलाई से 9 अगस्त के बीच शनिवार व रविवार को विशेष कैंप लगाकर वोट बनाने तथा मतदाता सूची में संशोधन का कार्य भी किया जाएगा। इसका लाभ मतदाताओं को उठाना चाहिए। मतदाता सूची में जिन मतदाताओं के नाम मिसिंग थे या डिलिट हो गये थे वे भी अपनी वोट बनवा सकते हैं। साथ ही जिन युवाओं की आयु 18 वर्ष की हो चुकी है वे भी अपनी वोट जरूर बनवायें। इस दौरान दावे तथा आपत्तियां भी दर्ज की जाएगी, जिसके बाद 20 अगस्त को सूची का प्रकाशन किया जाएगा।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनंद शर्मा, जिला परिषद के सीईओ सतबीर सिंह मान, एसडीएम त्रिलोकचंद, एसडीएम शिखा आंतिल, एसडीएम अमित मान, एचएसवीपी के एस्टेट ऑफिसर सिद्धार्थ दहिया, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार वोहरा, अश्विनी गुलाटी, विनोद कुमार खन्ना, एनपी सिंह, दिलराज गौड़, प्रेम धनखड़ आदि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे।