November 17, 2024

पिछले कई सालों से कछुए की गति से चल रहा मंझावली पुल का निर्माण कार्य

Faridabad/Alive News : कई सालों से बनाए जा रहे मंझावली पुल का कार्य अब भी अधड़ में ही लटका हुआ है। वाहन चालक पिछले कई सालों से मंझावली पुल के चालू होने की उम्मीद लगाए बैठे है। लेकिन धरातल पर निर्माणाधीन मंझावली पुल की सच्चाई कुछ और ही है। हालांकि, यमुना नदी में पिलर बनाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। अब तक मात्र 50 मीटर पर ही गार्टर रखे जा सकें। पुल को गांव से बाहर निकालने के लिए बनाए जाने वाले बाईपास रोड के लिए अभी तक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। यही स्थिति नोएडा क्षेत्र की बनी हुई है।

ऐसे में निर्माण विभाग द्वारा फरवरी 2022 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा होने का दावा कितना सच साबित होगा, यह देखने लायक होगा। मंझावली में पुल निर्माण की आधारशिला कैबिनेट मंत्री कृष्ण पाल गुज्जर ने 15 अगस्त 2014 को रखी थी। इसे एक साल में बनकर तैयार होना था। लेकिन सात साल से पुल का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। यमुना में कुल 11 पिलर बनाए जाने हैं। अब तक नौ बने हैं। इनमें से तीन के ऊपर बी सेप पिलर्स रखने का काम पूरा किया गया है। कारपेट, गाइडबंद, फिनिशिंग के अलावा यमुना के दोनों तरफ पुल को जोड़ने के लिए बनाए जाने वाली सड़क का काम अधूरा है।

मिली जानकारी के अनुसार मंझावली पुल को शहर से जोड़ने के लिए गांव के बाहर से बाईपास बनाना है। इसके लिए मंझावली गांव सहित आसपास के कई गांवों की करीब 47 एकड़ जमीन अधिग्रहण करनी है। पुल को शहर से जोड़ने के लिए खरीदी जाने वाली जमीन का 60 फीसदी काम ही पूरा हो सका है। इस वजह से सड़क को चौड़ा करने का काम शुरू नहीं किया जा सका है। यह पुल केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है। मंझावली पुल ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद को आपस में जोड़ने का काम करेगा। निर्माण पूरा करने के लिए अप्रैल 2022 की अवधि निर्धारित की गई है।