November 6, 2024

सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने श्रद्धालुओं से भरी बस पर की फायरिंग, गहरी खाई में जा गिरी बस

Jammu kashmir/Alive News: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में जिस स्थान पर श्रद्धालुओं से भरी बस को आतंकियों ने निशाना बनाया, वहां से आतंकियों द्वारा चलाई गई गोलियों के खोखे बरामद किए गए हैं। यह खोखे इंसास राइफल के हैं। आशंका है कि कुछ माह पहले पुंछ के डेरा की गली इलाके में आतंकियों ने सैन्य काफिले पर हमला करने के बाद जवानों से इंसास राइफलें छीन ली थीं।सूत्रों का कहना है कि हमले को अंजाम देने वाला आतंकियों का यह वही दल है, जिसने डेरा की गली में आतंकी हमला किया था। हालांकि अभी इस पर जांच जारी है। हमलावर आतंकी सैन्य जवानों जैसी वर्दी में थे। हमले के बाद मौके से भाग निकले आतंकियों की तलाश के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

आसपास के इलाके के घरों को खंगाला गया और लोगों से पूछताछ की गई। राजोरी से लगता इलाका होने की वजह से सीमावर्ती क्षेत्र में अतिरिक्त सतर्कता बढ़ा दी गई है। वारदात के एक प्रत्यक्षदर्शी यूपी निवासी संतोष कुमार जो बस चालक के बगल में बैठा था उसने बताया कि सेना की वर्दी की तरह के कपड़े पहने आतंकियों ने अचानक बस के आगे आकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

गोली लगते ही बस के चालक ने संतुलन खो दिया और बस गहरी खाई में जा गिरी। चारों ओर चीख पुकार मची गई। थोड़ी देर तक कुछ समझ में ही नहीं आया कि हुआ क्या है। कुछ देर बाद आसपास के लोग पहुंचे और घायलों को बाहर निकालना शुरू किया। खाई गहरी होने के कारण राहत कार्य में परेशानी आ रही थी। इसके वावजूद स्थानीय लोगों ने मिलकर मदद की और कुछ घायलों को निकालकर अस्पताल में पहुंचाया। जंगल का इलाका होने के कारण राहत कार्य में काफी परेशानियां आ रहीं थीं।एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बस पर फायरिंग करने वाले ने लाल रंग का मफलर बांध रखा था। वह बेखौफ होकर गोलियां बरसा रहा था। उन्हें चार बजे शिवखोड़ी से निकलना था, लेकिन निकलने में साढ़े पांच बज गए। फायरिंग करने के बाद आतंकी घने जंगलों में भाग निकले।

घटनास्थल का मंजर काफी खौफनाक था। जगह-जगह खून के धब्बे बिखरे पड़े थे। लोगों के चप्पल-जूते तथा सामान इधर उधर बिखरे पड़े थे। बदहवासी की हालत में लोग अपने परिजनों को तलाश रहे थे। लोगों की चीख पुकार तथा कराह की पूरे इलाके में शोर थी।हमले के बाद शिवखोड़ी धाम की सुरक्षा बढ़ा दी गई। आधार शिविर रनसू से लेकर अन्य इलाके तक सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई। एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि शिवखोड़ी धाम पूरी तरह सुरक्षित है। आम तौर पर वहां हाई अलर्ट रखा जाता है। लगातार इलाके में चेकिंग कर सुरक्षा व्यवस्था जांची जाती है। पूरे क्षेत्र में पेट्रोलिंग भी जारी है। विलेज डिफेंस गार्ड को फायरिंग की प्रैक्टिस कराई जा रही है और उन्हें भी अलर्ट पर रखा गया है।

आपको बता दें कि पहले रियासी जिले के प्रसिद्ध शिव धाम शिवखोड़ी से दर्शन कर लौट रहे यात्रियों की बस पर घात लगाकर आतंकियों की ओर से किए गए हमले के बाद बस गहरी खाई में जा गिरी। इस घटना में एक बच्चे समेत नौ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 33 घायल हो गए। सभी मरने वाले व घायल श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, दिल्ली व राजस्थान के बताए जाते हैं।घटना में 6-7 यात्रियों को गोलियां लगी हैं। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना रविवार की शाम लगभग सवा छह बजे की बताई जाती है। एसएसपी रियासी मोहिता शर्मा ने नौ यात्रियों के मारे जाने तथा 33 के घायल होने की पुष्टि की है। ज्ञात हो कि अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होनी है।

जम्मू संभाग में पिछले कुछ वर्षों से आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं। राजोरी-पुंछ में सेना पर कई हमले किए गए। इससे पहले 13 मई 2022 को भी कटरा से लौट रही श्रद्धालुओं से भरी बस में स्टिकी बम लगाकर हमला किया गया था। बस में आग लगने से तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि 24 घायल हुए थे।11 जुलाई 2017 को अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों की बस पर हमला करते हुए आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थीं। इसमें नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 19 घायल हुए थे। मरने वाले सभी श्रद्धालु गुजरात के थे। शिवखोड़ी से वापिस लौट रही बस पर आतंकी हमला,बस खाई में गिरी, नौ की मौत।