Delhi Agency : देश की पश्चिमी तट की सुरक्षा को मजबूत बनाने की सरकार की कोशिशों के लिए आज का दिन काफी अहम है. कोस्ट गार्ड का गश्ती जहाज ‘सारथी’ तटरक्षक बल के बेड़े में शामिल हो गया. गोवा शिपयार्ड में शुक्रवार को सारथी के लॉन्चिंग समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे. मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के लिए हमलावर समंदर के रास्ते से पाकिस्तान से आए थे. इस हमले के बाद समुद्री सुरक्षा पर खासा ध्यान दिया जा रहा है. सारथी की तैनाती से महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और केरल में सुरक्षा की चिंताएं कम होंगी.
जानिएं क्या है इसकी खासियत-
1. सारथी बोफोर्स तोप से लैस है और समंदर में भारत की सुरक्षा को इससे बेहद मजबूती मिलेगी.
2. सारथी देश में बना है और रक्षा क्षेत्र में सरकार द्वारा मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी कामयाबी है. 105 मीटर की लंबाई वाला यह जहाज तटरक्षक बल के सबसे बड़े शिप में से एक होगा.
3. सारथी नेविगेशन और कम्यूनिकेशन के सबसे आधुनिक उपकरणों और सेंसर से लैस है. यह दो इंजन वाला हल्का हेलिकॉप्टर और पांच हाई स्पीड बोट लेकर चल सकता है.
4. सारथी की तैनाती से तटीय इलाकों की सुरक्षा करने, बचाव अभियान चलाने, तस्करी रोकने के काम में कोस्ट गार्ड की क्षमता में बढ़ोतरी होगी.
5. समंदर में तेल बिखरने से पैदा होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए इस शिप में पल्यूशन रेस्पांस इक्विपमेंट भी होगा. पुराने शिप के मुकाबले इसकी ऊर्जा जरूरतों में 10 पर्सेंट की कमी की गई है.
6. यह उन छह जहाजों की सीरीज में तीसरा है, जिसका ऑर्डर तटरक्षक बल ने दिया है. सभी छह शिप की डिलिवरी 2017 में पूरी हो जाने की उम्मीद है.
7. फिलहाल तटरक्षक बल के पास 120 शिप और बोट हैं. इनके अलावा 70 शिप और बोट के ऑर्डर दिए गए हैं. इनके निर्माण का काम अलग-अलग शिपयार्ड में चल रहा है. 2020 तक तटरक्षक बल ने 150 शिप अपने बेड़े में शामिल करने का लक्ष्य रखा है.