November 17, 2024

अध्यापक का कर्तव्य ही धर्म है : डॉ. भारद्वाज

Faridabad/Alive News : अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वाधान में ‘कत्र्तव्यबोध’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह डॉ. देवप्रसाद भारद्वाज रहे। जबकि अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ. के.के गुप्ता ने की। महासंघ के उत्तर क्षेत्र प्रमुख प्राध्यापक जगदीश कौशिक की विशेष उपस्थिति रही। गोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ.भारद्वाज ने कहा कि अध्यापक के लिए कर्तव्य ही धर्म है। इसलिए अध्यापक की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह समाज में कत्र्तव्यबोध का जागरण करें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो सृष्टि का नाश हो जाएगा।

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उन्होंने सूर्य, हवा का उदाहरण देते हुए कहा कि जब ये अपना कत्र्तव्य नहीं छोड़ते तो अध्यापक कैसे अपना कत्र्तव्य छोड़ सकता है। अध्यापक को कत्र्तव्य और अधिकार के बीच सामजंस्य बैठाना होगा। गुणवत्ता और प्रमाणिकता को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। उन्होंने नियुक्तियों में पूरी तरह पारदर्शिता की बात कही। गोष्ठी का मंच संचालन प्रदेश महामंत्री प्राध्यापक रामवीर शर्मा और धन्यवाद ज्ञापन प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य केके उपाध्याय ने किया।

इस मौके पर पूर्व विधायक आनंद शर्मा, वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. संजय शर्मा, एकेडमिक सलाहाकार प्रो.ओमप्रकाश अरोड़ा, स्वदेशी चिंतक सतेंद्र सौरोत, हसला जिला महासचिव डा. नेमसिंह लांबा, डा. बाबूराम शर्मा, प्रधानचार्य अरविंद यादव, धीरज, जयप्रकाश शास्त्री, रूपकिशोर, अतिथि अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष रघुनाथ शास्त्री, हरियाणा संस्कृत अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष बलवीर शास्त्री, पुरूषोत्तम शर्मा, टीकाराम, आजाद सिंह, धर्मपाल, भूदेव शर्मा और एबीवीपी नेता दामोदर भारद्वाज सहित अनेक लोग मौजूद थे।