New Delhi/Alive News: मेहनत करने वालों के लिए बंद दरवाजे भी खुल जाते है और लक्ष्य की प्राप्ति जरूर होती है। जहां एक चाय बेचने वाले लड़के अपने पहले ही प्रयास में नीट परीक्षा सफलता पूर्वक पास की है। छात्र ने सिर्फ यह परीक्षा पास नहीं की, बल्कि मेडिकल की पढ़ाई के लिए देश सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक एम्स-दिल्ली में अपना दाखिला सुनिश्चित किया है।
असम के बजली जिले में रहने वाले छात्र राहुल दास ने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए यह सफलता हासिल की है। राहुल की मां चाय की दुकान चलाती हैं और राहुल दुकान के कामों में अपनी मां की मदद करता है, लेकिन उसने अपनी राह में किसी भी रोड़े को रुकावट का कारण नहीं बनने दिया। जानकारी के मुताबिक राहुल के पिता 11 साल पहले उनकी मां और अपने दो बच्चों को अकेला छोड़कर चले गए थे। ऐसे में राहुल की मां ने ही उनकी देखरेख की, आर्थिक तंगी के कारण राहुल को 12वीं कक्षा के बाद मजबूरन अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी।
उन्हें अपनी चाय की दुकान पर जब भी वक्त मिलता तो वो पढ़ाई करते। उनकी यही मेहनत आज रंग लाई है। गौरतलब है कि राहुल ने 2015 में हायर सेकेंडरी की परीक्षा पास की थी और पैसों के अभाव में पढ़ाई छोड़ दी थी। हालांकि, उच्च शिक्षा के लिए उनके उत्साह ने दास को प्लास्टिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए दो साल बाद सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
राहुल ने तीन साल बाद डिस्टिंक्शन 85 फीसदी अंकों के साथ पास किया और गुवाहाटी में एक बहु-राष्ट्रीय कंपनी में ‘क्वालिटी इंजीनियर’ के रूप में अक्टूबर 2020 में कोविड -19 महामारी के बीच काम करना शुरू किया। लेकिन राहुल हमेशा से एक डाक्टर बनना चाहते थे, जिसके चलते उन्होंने नौकरी छोड़ दी और नीट परीक्षा का तैयारी करने लगे। उन्होंने बताया कि नीट में उनकी 12,068 रैंक आई थी, लेकिन अनुसूचित जाति (SC) और विकलांग प्रमाणपत्रों ने उन्हें AIIMS में प्रवेश दिलाने में मदद की।