Poonam Chauhan/Alive News
फरीदाबाद : पल्ला स्थित तरूण निकेतन पब्लिक स्कूल ने अपना वार्षिकोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया। इस मौके पर मुख्यातिथि के रूप में भाजपा नेता देवेंद्र चौधरी और विशिष्ठ अतिथि के रूप में पथृला विधायक टेकचंद शर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि के द्वीप प्रज्जवलन और मां सरस्वती की वंदना से हुआ। स्कूल के चेयरमैन कमल तंवर ने स्मृति चिन्ह और बुके देकर अतिथियों का स्वागत किया वही स्कूली छात्रों ने स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए छात्रों ने ‘मां तूझे सलाम…, वंदे मातरम्… और भारत हमको जान से प्यारा है’ गाने पर अपनी परर्फोमेंस देकर सारा समां देशभक्तिमय बना दिया। वही ‘अहसास’ नाटक मंचन ने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया जिसमें जेएनयू में हुए पूरे प्रकरण को बड़ी ही बारिकी से दर्शाया गया। कार्यक्रम को और खास बनाते हुए विद्यार्थियों ने सभी प्रांत की सांस्कृति को दर्शाते हुए सुन्दर नृत्य प्रस्तुति कर समा बांध दिया। इसके साथ ही बेटी-बचाओ बेटी पढ़ाओ पर छात्राओं ने गीत गाकर सभी को जागरूक किया।
इस अवसर पर मंच संचालन का कार्य उपप्रधानाचार्य राधा तंवर और उपनिदेशक हिमांशु तंवर द्वारा किया गया। वहीं बारवीं कक्षा के छात्र नवीन और काजल ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। वहीं अतिथियों द्वारा बोर्ड परीक्षाओं में मेरिट और अच्छे अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन कमल तंवर ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के समय में अध्यापन से अधिक संस्कारों की आवश्यकता है, क्योंकि आज शिक्षा का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुका है और समाज को बचाने के लिए संस्कारों का होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा आज हमें धर्म और जाति के चश्मे को उतार कर देखना चाहिए कि हिन्दुस्तान खतरे में है, राष्ट्रवादी चिंतन के लिए शिक्षा का होना जरूरी है और सामाजिक चरित्र की गिरावट को शिक्षा से सही दिशा दे सकते है। उन्होंने अध्यापकों और अभिभावकों से कहा कि छात्रों में राष्ट्रियता और पर्यावरण के प्रति संस्कार डाले तभी समाज और देश का उद्धार हो सकता है।
इसके साथ ही अभिभावक अपनी जिम्मेदारियों को समझे और अपना कत्र्तव्य को निभाए तभी छात्र का भविष्य उज्जवल हो सकता है। इस मौके पर गढ़वाल सभा से राकेश घिडियाल, सीबीएसई से एस.एस.गोसांई, योगेश शर्मा, पार्षद ओमप्रकाश रक्षवाल, बाबा विरेन्द्र, बाबा रामकेवल, जे.पी.मल्लिक, भाषकर गुप्ता, योगेन्द्र, सरला, शिखा आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।