Faridabad/ Alive News: तक्ष अस्पताल की बाल शल्य चिकित्सक डा. श्वेता मल्होत्रा ने एक दस माह का बच्चा, निशांन्त को नया जीवनदान दिया यह जानकारी अस्पताल के डायेक्टर डा. धीरज मल्होत्रा ने दी।
डा. श्वेता मल्होत्रा ने बताया कि निशांन्त लगभग एक सप्ताह से बीमार था और उल्टी, दस्त एवं बुखार से पीडित था. इसे इसके परिजन विभिन्न डाक्टरों के पास ले गये परंतु आराम ना मिलने पर इसे तक्ष अस्पताल लाये। डा. ने निशांन्त की जांच की तो पाया कि इसकी आंत में रूकावट है एवं उसमें काफी सूजन भी है जिस पर उन्होने इसके परिजनो से आप्रेशन करने की बात कही और उनकी सहमति से आप्रेशन किया गया। डा. श्वेता मल्होत्रा ने बताया कि बच्चे की हालत काफी नाजुक थी। जिससे कभी भी आंत फटने का खतरा बना हुआ था. डा. मल्होत्रा निशांन्त का आप्रेशन कर उसकी आंत की रूकावट को दूर किया और बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
डा. श्वेता मल्होत्रा ने बताया कि इस तरह की बीमारी 6 माह से 2 साल के बच्चों में आमतौर पर हो जाती है जिसेे मेडिकल टर्म इंटासिसैप्शन कहते हैं। इस उम्र में बच्चा मॉ के दूध के साथ साथ बाहर का खाना खाता है जिससे उसकी आंतो पर जोर पडता है और वह इस तरह का रूप धारण कर लेती है। उन्होने बताया कि अगर इसका ईलाज समय पर नहीं किया गया तो अवश्य ही यह बीमारी जानलेवा हो सकती है। उन्होंने बताया कि आप्रेशन के बाद निशान्त अस्पताल में लगभग एक सप्ताह तक रहा जहां अस्पताल की टीम सचिन, शोभा, प्रिया की देखरेख में उसकी अच्छी तरह से देखभाल की गयी अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं है।