दिल हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में एक है। इसका काम पूरे शरीर में ऑक्सीजन और खून की सप्लाई करना है। ये एक तरह से बाकी अंगों को जिंदा रखने का काम करता है। पिछले कुछ सालों में दिल के रोगों और हार्ट अटैक के केस तेजी से बढ़े हैं। कई बार लोग दिल की बीमारियों के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा आजकल के समय में काफी ज्यादा बढ़ गया है। इन बीमारियों का सामना तब करना पड़ता है जब पर्याप्त मात्रा में खून और ऑक्सीजन दिल तक नहीं पहुंच पाता। धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण भी हृदय से संबंधित बीमारियों जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दिल से जुड़ी किसी भी तरह की बीमारी होने पर शरीर के अन्य हिस्सों पर उसके लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं।
दिल से संबंधित बीमारियों का एक मुख्य संकेत अपच महसूस होना है। लोग अक्सर बेचैनी को अपच से जोड़ते हैं और इस पर ज्यादा ध्यान भी नहीं दिया जाता है। अगर आपको छाती और पेट में जलन के साथ बेचैनी महसूस हो रही हैं तो यह दिल से जुड़ी बीमारियों की ओर इशारा करता है। कई बार पेट से जुड़ी बीमारियों के कारण भी इस तरह की समस्या का सामना करना पड सकता है। लेकिन अगर यह समस्या कई दिनों तक रहती है तो जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें। छाती के चारों ओर भारीपन या जकड़न महसूस होना दिल से संबंधित बीमारी का एक संकेत हो सकता है। सीने में भारीपन, जकड़न और एक अतिरिक्त दबाव महसूस होना कुछ ऐसे लक्षण हैं जिन्हें हार्ट अटैक के शुरुआती संकेतों के रूप में देखा जाता है।
अगर आपकी छाती में होने वाला दर्द काफी ज्यादा बढ़ गया है और असहनीय हो गया है तो जरूरी है कि आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। दिल से जुड़ी समस्याओं का सीधा संबंध इस बात से है कि इस दौरान शरीर के कुछ हिस्सों में पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं हो पाता है जिससे रोगी को सांस लेने में तकलीफ और थकान महसूस होती है. इस दौरीन कम से कम फिजिकल एक्टिविटी के कारण भी व्यक्तचि काफी ज्यादा थकने लगता है। पैरों में सूजन और सांस लेने में परेशानी हार्ट फेल का सबसे कॉमन लक्षण है। हालांकि, टखने में सूजन, पैरों की नसों में ब्लॉकेज होने के कारण भी दिखाई देती है। हार्ट फेल की लास्ट स्टेज में इस तरह की सूजन पेट और आंख के आसपास दिखाई देती है।