संस्कार के बिना शिक्षा अधूरी- नरेन्द्र आहूजा विवेक
Faridabad/Alive News: मिल्क प्लांट रोड स्थित डी.ए.वी स्कूल बल्लबगढ़ में स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस का आयोजन यज्ञ, गीत और प्रवचन के साथ किया गया। इस अवसर पर सर्व प्रथम आचार्य जयपाल शास्त्री एवं डॉ देवकीनंदन शास्त्री ने यज्ञ कराया।
यज्ञ के उपरान्त हरियाणा के पूर्व औषधि नियंत्रक एवं आर्य केन्द्रीय सभा फ़रीदाबाद के पूर्व प्रधान नरेन्द्र आहूजा विवेक ने स्वामी श्रद्धानन्द के बहु आयामी व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। मुख्य रूप से स्वामी श्रद्धानन्द को देव दयानन्द का मानस पुत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने माता पिता आचार्यो के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। हमें शिक्षा प्राप्ति के उपरान्त विदेश पलायन करने की आदत को छोड़ते हुए अपने माता पिता का मान बढाने वाला बनना पड़ेगा।
विवेक ने कहा की शिक्षा के साथ संस्कार देना अत्यन्त आवश्यक है। बिना संस्कारों के शिक्षा व्यर्थ है। केवल डी.ए.वी शिक्षण संस्थानों में हीं संस्कार शिक्षा के साथ दिए जाते हैं। गुरुकुल संस्कार देने वाले आचार्यो को तैयार करते हैं। हमें अपने माता पिता आचार्यो के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।
अंत में विद्यालय की प्राचार्या नमिता शर्मा ने सबका आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नरेन्द्र आहूजा विवेक को सम्मानित किया।