Faridabad/Alive News: कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की छोटी चौपाल पर जींद के उभरते हुए लोकगायक अमित ढुल ने अपने धमाकेदार गीतों से दर्शक जमकर झूमे।
कार्यक्रम में मेरी मां ने टोया जमाई सै, न्यारा लाखां मैं..दिल चोरी हो गया कि करिए, कि करिए.., तेरी आंखां का यो काजल..चुंदड़ी जयपुर तै मंगवाई…हो मेरा बालम थानेदार चलावे जिप्सी, तनै छोडूंगी भरतार मनै कहवें सब बहू काले की आदि गीतों को सुनकर दर्शक झूम उठे। अमित ढुल की बनड़े ना लड़ाए तेरे लाड री जैसे हरियाणवी कैची गीतों की प्रस्तुति छोटी चौपाल पर सर्वाधिक सराही गई। इस मंच पर नाटक, लोकगीत और संगीत के कार्यक्रमों की झड़ी लगी हुई है।