Palwal/Alive News : अतिरिक्त उपायुक्त अंजू चौधरी ने बताया कि 27 नवंबर (सोमवार)को सुपर विलेज चैलेंज प्रतियोगिता, पलवल को लॉच किया जाएगा और यह प्रतियोगिता 15 फरवरी तक चलेगी। उन्होंने बताया कि सुपर विलेज चैलेज अपने तरीके की देश में पहली पहल है। जिसका लक्ष्य एक चुनौतीपूर्ण ढांचे में ग्राम सरपंचों को विकास के विभिन्न मापदण्डों तथा ओडीएफ प्लस को पाने की लिए प्रोत्साहित करना है।
उल्लेखनीय है कि गत 23 नवम्बर को मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी अभिनव वत्स ने लघु सचिवालय के कांफ्रेंस हॉल में पलवल, पृथला, होडल व हसनपुर तथा 24 नवम्बर को हथीन के जनप्रतिनिधियों को सुपर विलेज चैलेंज प्रतियोगिता, पलवल को लॉच के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत करवाया गया है। इस दौरान सहायक परियोजना अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन नवीन शर्मा ने भी सरकार की विभिन्न योजना बारे आवश्यक जानकारी दी गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि प्रतियोगिता में चुने गए मापदण्ड ग्राम स्तर पर ओडीएफ स्थिरता, शिक्षा, महिला, सशक्तिकरण, कौशल विकास और नई खोज के लिए जरूरी है।
हर मापदण्ड के अपने लक्ष्य होंगे जिनको पाने पर हर गांव को अंक दिए जाएंगे। प्रतियोगिता के अंत में जिला और ब्लाक स्तर पर सबसे अच्छे प्रदर्शन करने वाले गांवों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतियोगिता के दौरान, जिलाधिकारियों को एक लीडरशिप डैशबोर्ड दिया जाएगा जहा गांवों क प्रदर्शन की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने यह प्रतियोगिता ऑन लाईन के माध्यम से की जाएगी। इसमे पूरी ट्रांसपे्रसी होगी। उन्होंने ने बताया कि इस प्रतियोगिता में अंकों को निर्धारित करने के लिए एक वैज्ञानिक पद्वति का इस्तेमाल किया जाएगा। हर लक्ष्य की प्राप्ति पर सरपंच को स्वयं एक घोषणा करनी होगी ।
हर घोषणा पर एक आंतरिक जांच(संबंधित विभाग द्वारा )होगी। जांच में सफल होने पर गांव को निर्धारित अंक दिए जाएंगे। घोषणा और जांच की इस निरंतर प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए जिलाधिकारियों ने एक ऑनलाईन पोर्टल बनाया है। ये पोर्टल गांवों में सभी अंकों के आधार पर एक लीडरशिप श्रेणी बनायेगा। अंजू चौधरी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में विभिन्न मापदंड है और ये मापदण्ड विभिन्न विभागों का हिस्सा हैं। इसलिए हर मापदण्ड को एक विभाग अधिकारी से जोड़ा गया है। सरपंच द्वारा लक्ष्य की घोषणा पर, विभाग अधिकारी को एसएमएस द्वारा सूचित किया जाएगा। इसके बाद जांच निर्धारित की जाएगी।
जांच पूरी होने पर लक्ष्य की सफलता/असफलता का निर्णय लिया जाएगा। सफल होने पर इसके अंक लीडर शिप डैश बोर्ड पर डाले जाएंगे। घोषणा और जांच की प्रक्रिया पूरी प्रतियोगिता में निरंतर चलती रहेगी, इसलिए अंकों की स्थिति भी पूरी प्रतियोगिता में बदलती रहेगी। लीडरशिप डैश बोर्ड पर गांव की श्रेणी का हर मापदंड और पूरे प्रदर्शन पर (अन्य गांवों की तुलना में)विवरण दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता में पलवल जिला के सभी गांवों को आमंत्रित किया जाएगा।