Faridabad/Alive News : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने जम्मू एंड कश्मीर के विद्यार्थियों से कौशल शिक्षा के साथ जुड़कर अपना करियर बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय जम्मू एंड कश्मीर के विस्थापित विद्यार्थियों का खुली बाहों से स्वागत करता है। बाकायदा विस्थापित विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक कोर्स में एक सीट आरक्षित की गई है। देश के प्रथम कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने कहा कि हरियाणा सरकार ने कौशल भारत- कुशल भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए दिल्ली के निकट पलवल जिले में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है।
विश्वविद्यालय में 40 से भी ज्यादा प्रोग्राम चल रहे हैं और प्रत्येक कोर्स में जम्मू कश्मीर के विस्थापित विद्यार्थियों के लिए एक सीट आरक्षित की गई है, ताकि यह विद्यार्थी कौशल शिक्षा के साथ जुड़कर अपना करियर बना सकें। राज नेहरू ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दोहरे एकीकृत मॉडल के अंतर्गत उद्योग के साथ सीधा जुड़ा हुआ है। इसलिए इस विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने के बाद विद्यार्थी सीधे इंडस्ट्री के साथ जुड़ सकते हैं।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय प्रत्येक विद्यार्थी को एंप्लॉयमेंट मॉडल में आने की सुविधा प्रदान करेगा। साथ ही साथ इंडस्ट्री पार्टनर के सौजन्य से स्कॉलरशिप का भी प्रावधान किया गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय भी मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृति प्रदान करता है। जो विद्यार्थी स्कॉलरशिप के मानक पूरे करेंगे उनको स्कॉलरशिप भी मिलेगी। इसका पूरा विवरण विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी दिया गया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में ऑन द जॉब ट्रेनिंग का प्रावधान है। इसमें पढ़ाई के साथ-साथ कमाई का अवसर प्राप्त होगा।
कुलपति राज नेहरू ने कहा कि वर्तमान में हर व्यक्ति का हुनरमंद होना बहुत जरूरी है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना इसी अवधारणा पर की गई है। विश्वविद्यालय ने दसवीं पास विद्यार्थियों से अपने डिप्लोमा शुरू किए हैं, ताकि शुरुआती दौर में ही विद्यार्थी कौशल के साथ जुड़ कर रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि 12वीं पास विद्यार्थियों के लिए भी 10 डिप्लोमा कोर्स हैं। योग से लेकर संगीत और जापानी, जर्मन और अंग्रेजी भाषा के कोर्स करके विद्यार्थी विदेशों में भी रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह से बैचलर ऑफ वोकेशन में 10 से ज्यादा कोर्स हैं। विद्यार्थी रोबोटिक ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सोलर एनर्जी, मेक्ट्रोनिक्स, एग्रीकल्चर और हॉर्टिकल्चर जैसे क्षेत्रों में अपना करियर संवार सकते हैं।
बीटेक के साथ-साथ बीबीए, एमबीए और मास्टर ऑफ वोकेशन कोर्स विद्यार्थियों का भविष्य बना सकते हैं। कुलपति राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने स्किल इन्नोवेटर्स फाउंडेशन के अंतर्गत “दक्ष”कार्यक्रम चलाया है, जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां भी करवाई जाए जाएंगी।
कुलपति राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय मैं वैश्विक स्तर की कई लैब स्थापित की गई हैं और नवाचार पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसलिए देश भर की इंडस्ट्री विश्वविद्यालय के साथ जुड़ी हुई है, जिससे रोजगार के अवसर आसानी से प्राप्त हो रहे हैं। नेहरू ने बताया कि नवनिर्मित परिसर में छात्र एवं छात्राओं के लिए अत्याधुनिक छात्रावास भी बनाए गए हैं। जम्मू एंड कश्मीर के विद्यार्थी श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में दाखिला लेते हैं तो उनके लिए रोजगार प्राप्ति के प्रबल अवसर हैं।