November 18, 2024

प्रदेश सरकार आंकडों का खेल खेलने की बजाए स्वास्थ सेवाओं पर दे ध्यान

New Delhi/Alive News:आम आदमी पार्टी के हरियाणा सहप्रभारी एवं सासद डा सुशील गुप्ता ने कहा कि   अगर हम आंकड़ों के अनुसार देखें तो यूनियन टेरेटरी होने के बावजूद दिल्ली के लगभग 30 से 50 प्रतिशत बेड हरियाणा व दिल्ली से सटे अन्य राज्यो तक के लोगो के काम आ रहे है। इतना ही नहीं जब से 18 से 45 वर्ष की वैक्सीन लगनी शुरू हुई है। तब से दिल्ली में सुविधा को देखते हुए हरियाणा और यूपी के लोग भी दिल्ली में वैक्सीन लगवाने आ रहे है और दिल्ली सरकार की सुविधाओं से बेहद खुश नजर आ रहे है।

आंकड़े बताते है कि हरियाणा सरकार के पास न तो इंफ्रास्ट्रक्चर है और न ही लोगो को सुविधा देने की नियत, उपर से जब हमने कुछ आंकड़ों की पड़ताल की तो सरकारी आंकड़ों और मुख्यमंत्री के भाषण में भी काफी फर्क पाया गया है। उदाहरण स्वरूप माननीय मुख्यमंत्री खट्टर साहब ने कल ही बताया कि हरियाणा ने लगभग 1800 स्थान पर वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है जबकि भारत सरकार की आधिकारिक कॉविन साइट बताती है कि अब तक हरियाणा में कल रात्रि तक 1261 केंद्र चालू है।

जिन पर वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है। गहन पड़ताल के बाद यह भी पता चला है की 18 से 45 वर्ष के लोगों को वैक्सीन डोज देने की घोषणा के बाद से कई जगह तो लोगो को वैक्सीन लगवाने में बड़ी मसशक्त करनी पड़ रही है। आम आदमी पार्टी खट्टर साहब से मांग करती है कि वह दिल्ली की तरह शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ लोगो की सेवा करे।

हांसी हल्के का जहां के विधायक भाजपा के ही है और आबादी लगभग 175000 के करीब है वहां केवल 14 बेड हो जनता की सेवा में मुहैया करवा पा रही है। ऐसा ही अन्य हल्कों का हाल है। कलांवाली जैसे कई हल्कों में तो हमारे कार्यकर्ता बेड बनाने की मांग को लेकर सरकार की खिलाफ धरने पर भी बैठे हैं। वैसे तो देश का हर राज्य इस समय ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है।

मगर हरियाणा में ऑक्सीजन प्लांट होने के बावजूद वहां अलग अलग जिलों में लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे है जिनमे गुरुग्राम, पानीपत, हिसार व अन्य जिलें भी शामिल है। जहां तक हस्पतालों में कोविड बेड की बात है तो लोगो को दिल्ली की तर्ज पर कोई ऐसा संसाधन नहीं मुहैया करवाया गया है।

जहां से वह जानकारी पा सके कि किस हस्पताल में कितने कोविड बेड्स मौजूद अथवा खाली हैं।  दिल्ली सरकार ने एक साल पूर्व से ही ऐप के माध्यम से लोगो को बेड की डिटेल मुहैया करवाने शुरू की हुई है व रोजाना उसे समय समय पर अपडेट कर रही है और अब तो ऐप पर ही हस्पताल में मौजूद ऑक्सीजन की मात्रा को भी आप देख सकते है जबकि हरियाणा में बेड की जानकारी लेना ही टेढ़ी खीर है।

उन्होंने कहा हमे जानकारी मिली है की हरियाणा सरकार ने लोगो को ऑक्सीजन सिलेंडर भरने के लिए कोई प्रक्रिया शुरू की है पर अब तक नाममात्र लोग भी उसका फायदा ही शायद उठा पाए है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज साहब अपने घर से निकले और जनता की समस्या पर गौर करे और उसके समाधान की सुगम व्यवस्था तैयार करें।

सुशील गुप्ता ने कहा तीन दिन पहले  विज साहब ने घोषणा करी की होम आइसोलेटेड 98000 लोगो को 5000 कीमत की राहत किट सरकार मुहैया करवाएगी तो हम जानना चाहते है कि अब तक हरियाणा सरकार ने कितने लोगो तक वह किट पहुंचा पाई है और नही भी पहुंचा पा रहे है तो मेरा। हमारा विज साहब से निवेदन वह यह किट और 98000 लोगो का डाटा आम आदमी पार्टी से साझा करे वह इन किट को लोगो तक पहुंचाने में हरियाणा सरकार की मदद करेगी।

उन्होंने कहा हरियाणा सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए हठ छोड़ कर विपक्षी दलों का साथ लेकर हरियाणा को इस महामारी से बचाने का काम करें। इसके साथ जहां दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार को जहां मजबूरी में संक्रमण दर पीक पर होने पर लॉक डाउन लगाना पड़ा और आज संक्रमण रेट घट गया है और रिकवरी रेट बढ़ गई है वही दूसरी ओर भाजपा शासित गोवा और हरियाणा संक्रमण में क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर काबिज है यह आम आदमी पार्टी नही केंद्र द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़े कह रहे है।