Faridabad/ Alive News : जाट समाज फरीदाबाद द्वारा सैक्टर-16 स्थित किसान भवन में सर छोटूराम मैमोरियल एजुकेशन अवार्ड सैरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जाट समाज के प्रधान व पूर्व आईएएस अधिकारी जयपाल सिंह सांगवान की अध्यक्षता और महासचिव एच.एस. मलिक के मंच संचालन में कार्यक्रम में मुख्यातिथि प्रदेश के पूर्व डीजीपी रंजीव दलाल ने कहा कि शिक्षा से ही जीवन स्तर में सुधार लाया जा सकता है।
सर छोटूराम ने किसानों की जीवनशैली में सुधार लाने के लिए भूमि सुधार कानून बनवाए और उनके बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक सुधार हो सके। सर छोटूराम ने अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। किसानों को उनका हक और फसल का सही दाम दिलवाने के लिए कानून बनवाए। शिक्षा के लिए स्कूल कालेज खुलवाए।
सर छोटूराम ने किसानों का हक दिलवाने के लिए अंग्रेजों के आदेशों को भी नहीं माना और अपनी बात मनवाई। शिक्षा के लिए स्कूल कॉलेज खुलवाए। ऐसे महापुरूष का जीवन हमारी पीढिय़ों के लिए प्रेरणा है। सर छोटूराम की तरह हर बच्चा अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपने तथा अपने परिवार के जीवन में बदलाव ला सकता है और देश के लिए कार्य कर गौरव हासिल कर सकता है।
कार्यक्रम में हरियाणा शिक्षा बोर्ड के स्कूलों के दसवीं कक्षा के टापॅर छात्र-छात्राओं और सीबीएसई स्कूलों के 12वीं कक्षा के टॉपर छात्र-छात्राओं को 2 हजार रुपए का चैक, प्रशंसा पत्र व स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया गया। 120 बच्चों को इस मौके पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रधान जयपाल सिंह सांगवान ने कहा कि सर छोटूराम ने किसी जाति के लिए नहीं बल्कि किसान के हितों के लिए संघर्ष किया और उनके हकों को दिलवाने के लिए कानून बनवाए। शिक्षा पर विशेष जोर दिया।
जाट समाज द्वारा हर साल सर छोटूराम मैमोरियल एजुकेशन आवार्ड कार्यक्रम का आयोजन कर बच्चों को सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें आपसी भेदभाव भुलाकर हरियाणा एक हरियाणवीं एक होने पर गर्व है। डा. दिव्या ज्योति ने सर छोटूराम के जीवन और संघर्ष के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। समारोह में गायक गजेद्र फौगाट ने अपनी टीम के साथ हरियाणवीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से समां बांध दिया और सभी का मनोरंजन किया।
इस अवसर पर पूर्व आईपीएस व जाट समाज के सलाहकार महेंद्र सिंह श्योराण, डीसीपी सुखबीर सिंह, पूर्व आईपीएस अधिकारी राजरूप सिंह, आर.एस. दहिया, एच.एस ढिल्लो, बिजेंद्र फौजदार, जीते चौधरी, कमल चौधरी, चांद सिंह फौगाट, रमेश चौधरी सहित अनेक स्कूलों के प्रधानाचार्य, बच्चे और उनके अभिभावाकों के साथ अनेक लोग उपस्थित थे।