November 16, 2024

आदर्श गांव अटाली में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन

Ballabhagadh/Alive News : आर्दश गांव अटाली स्थित शिव शक्ति हनुमान मंदिर में सोमवार से श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया गया। भागवत कथा से पूर्व गांव में कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा के दौरान सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर देवी-देवताओं की सुदंर झांकियां भी निकाली गई। कथावाचक तोताराम ब्रजवासी ने श्रीमद्भागवत कथा प्रारंभ करते हुए कहा कि इस कलयुग में जो लोग पर्याप्त बुद्धिमान है वे भगवान का संकीर्तन और यज्ञ करते है। कल्याण की इच्छा वाले मनुष्यों को मोह का त्याग कर अतिशय श्रद्धा-भक्तिपूर्वक श्रीमद्भागवत गीता का हर रोज अध्ययन करना चाहिए। श्रीमद्भागतव गीता को सुनने से मनुष्य पापों से मुक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति इस भौतिक शरीर रूपी रथ पर आरूढ है और बुद्धि इसका सारथी है। मन लगाम है तथा इंद्रियां घोड़े है। इस प्रकार मन और इंद्रियों की संगति से यह आत्मा सुख या दुख का भोक्ता है।

संसार के सभी भौतिक कार्यकलाप प्रकृति के तीन गुणों के अधीन सम्पन्न होते है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता जब ही सिद्ध होती है जब इसे हम अपने जीवन में व्यवहार में धारण करें निरंतर हरिस्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय,मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है। इसलिए सद्गुरु की पहचान कर उनका अनुकरण एवं निरंतर हरिस्मरण,भागवत कथा श्रवण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को स्वयं भी इसका पठन और मनन करते हुए भगवान की आज्ञानुसार साधन करने में समर्थ हो जाएँ क्योंकि अतिदुर्लभ मनुष्य शरीर को प्राप्त होकर अपने अमूल्य समय का एक क्षण भी दुखमूलक क्षणभंगुर भोगों के भोगने में नष्ट करना उचित नहीं है।

कथा वाचक ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। जहां अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए को प्रयास करने पड़ते है वहीं कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जाग्रत हो जाता है। श्रीमद्भागवत कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। शिव शक्ति हनुमान मंदिर कमेटी के सदस्य पंडित अजय शास्त्री ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से किया जा रहा है। इस अवसर पर सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालुओं ने श्रीमद्भागवत कथा को सुनकर परमानंद की प्राप्ति की और कथा के उपरांत भक्तजनों ने प्रसाद्ध ग्रहण किय