Mumbai/Alive News : शिवसेना ने पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद यह फैसला किया है कि वह 2019 में अकेले अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने साफ किया कि अगला विधानसभा चुनाव भी पार्टी अकेले ही लड़ेगी. पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राऊत ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि राज्य में पार्टी अपने गढ़ बचाएगी और अपने को मजबूत करेगी.
एक चैनल के अनुसार बता दें कि राज्य में अभी बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन सरकार है. बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है और पिछला चुनाव शिवसेना और बीजेपी ने अकेले अकेले ही लड़ा था. चुनाव परिणामों के बाद सत्ता समीकरण के चलते दोनों दलों में गठबंधन हुआ था और बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बनी थी. महाराष्ट्र विधानसभा की स्थिति के अनुसार भाजपा+ सहयोगी- 122+ 1, शिवसेना – 63, कांग्रेस – 42, एनसीपी – 41, एआईएमआईएम – 2 है. महाराष्ट्र में लोकसभा की स्थिति कुल – 48, भाजपा – 23, शिवसेना – 18 , कांग्रेस – 2 , एनसीपी – 4, स्वाभिमानी पार्टी – 1 है.
कार्यकारिणी के बैठक में बोलते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने जो विश्वास उन पर और पार्टी पर जताया है वह उसे आभारी हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी से अलग चुनाव लड़ने का फैसला काफी विचार करने के बाद लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर सरदाल वल्लभ पटेल होते तो कश्मीर का मुद्दा न बनता, मराठवाड़ा आजाद नहीं हो पाता. उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही कई दलों को पाकिस्तान की याद आ जाती है.
ठाकरे ने कहा कि रोज सैनिकों की मौत हो रही है, कुर्बानी याद की जाती है, फिर हम सब भूल जाते हैं. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेने की गैरजरूरी कोशिश हो रही है. ये सेना का गौरव है. उन्होंने पीएम ने 56 इंच के छाती वाले बयान पर तंज कसा और कहा कि छाती से कुछ नहीं होता उसमें हिम्मत कितनी है, गौरव कितना है यह अहम है.
ठाकरे कहा कि जब पीएम को कश्मीर के लोगों के साथ खड़े होना चाहिए था तब वे एक दूसरे मुल्क के पीएम के साथ पतंग उड़ा रहे थे. उन्हें कश्मीर में पतंग उड़ानी चाहिए थी.