March 4, 2025

सात दिवसीय एनएसएस कैंप का समापन

सात दिवसीय एनएसएस कैंप का समापन

Faridabad/Alive News: सेक्टर-16 के पंडित जवाहरलाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ. सी. एस. वशिष्ठ के दिशा-निर्देशन में दौलताबाद में चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह 28 फरवरी को आयोजित हुआ।

शिविर का मुख्य विषय “मेरा भारत और डिजिटल साक्षरता” था। समापन समारोह में मुख्य अतिथि शिव प्रसाद शर्मा (रिटायर्ड आईएएस), महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सी. एस. वशिष्ठ तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. शैलेश्वर कौशिक ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके उपरांत एनएसएस गीत की प्रस्तुति के साथ समारोह का विधिवत आरंभ हुआ।

एन एस एस यूनिट 3 के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. जोरावर ने मुख्य अतिथि का परिचय करवाते हुए उनका स्वागत किया। इस कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अंतर्गत नृत्य, कविता पाठ, नुक्कड़ नाटक एवं योग प्रदर्शन किया, जिसमें सामाजिक संदेशों को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया गया।

मुख्य अतिथि शिव प्रसाद शर्मा ने एन एस एस के स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसएस स्वयंसेवक बनना गर्व का विषय है, जो विद्यार्थियों को अन्य छात्रों से विशिष्ट बनाता है। उन्होंने सफल शिविर आयोजन के लिए स्वयंसेवकों एवं तीनों यूनिट्स के प्रोग्राम ऑफिसर्स को बधाई दी।

प्राचार्य डॉ. सी. एस. वशिष्ठ ने भी अपने प्रेरणादायक शब्दों से स्वयंसेवकों को समाज सेवा एवं राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित किया। एन एस एस यूनिट 1 के प्रोग्राम आफिसर डॉ. गिरिराज सभी अथितिगणो का धन्यवाद किया।

इस अवसर एन एस एस यूनिट 2 के प्रोग्राम आफिसर डॉ. राजविंदर कौर ने सात दिनों के सभी गतिविधियों का विवरण संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया, इसके साथ ही बच्चों ने अपने अपने अनुभव भी प्रस्तुत किया। सात दिवसीय इस शिविर में स्वयं सेवकों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था।

अन्तिम दिन के इस समापन समारोह कार्यक्रम में प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। इसके साथ ही यूनिट 1 से सर्वोत्तम स्वयंसेवक के रूप में लक्की भड़ाना, अनुशासित स्वयंसेवक के रूप में विकास, यूनिट 2 से सर्वोत्तम स्वयं सेवक में सलोनी एवं अनुशासित स्वयं सेवक में पूजा, यूनिट 3 से सर्वोत्तम स्वयं सेवक में विष्णु एवं अनुशासित स्वयं सेवक में लोकेन्द्र को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में डॉ. ललित, डॉ. अमित, डॉ. सुमन जून, डॉ. उर्मिला पुष्कर, डॉ. वंदना, डॉ. मनीषा और डॉ. गीता सहित अन्य गणमान्य शिक्षकों ने भी अपनी उपस्थिति एवं मार्गदर्शन से कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया। शिविर का समापन ज्ञान, सेवा एवं समर्पण की भावना के साथ हुआ, जिससे स्वयंसेवकों को सामाजिक उत्तरदायित्व की महत्वपूर्ण सीख मिली।