Faridabad/ Alive News: किसी ने ठीक ही कहा है कि ‘पहला सुख निरोगी काया’ स्वस्थ मनुष्य ही संसार की सभी वस्तुओं का भोक्ता बन सकता है। इस उक्ति को सार्थक बनाने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन सैक्टर-9 के डी.सी.मॉडल सी.सै.स्कूल में किया गया।
इस मौके पर जानी-मानी योग संचालिका डॉ. सुजाता आर्या (स्वास्तिक काया कल्प) ने इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकों के बीच अपने मूल्यवान विचार साझा किए। उन्होंने नेचरोपैथी की भूमिका तथा महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की। आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा है, खान-पान में मिलावट के कारण व्यक्ति अपना स्वास्थ खो चुका है।
ऐसे समय में मनुष्य योग को अपनाएं तथा प्रकृति से जीवन का तरीका सीखे तभी स्वस्थ रह सकता है। उन्होंने कहा पेट सभी बिमारियों की जड़ है उसके स्वास्थ्य के प्रति मनुष्य को सर्तक रहना होगा। इस मौके पर स्कूल की प्रिंसीपल ज्योति गुप्ता ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया और भावी जीवन में इन अमूल्य सुझाओं पर अमल करने की आकांक्षा व्यक्त की।