October 2, 2024

सूरजकुंड मेले में करें अनेकता में एकता के दर्शन: अरविंद यादव

Faridabad/Alive News: शंघाई सहयोग संगठन के 24 देशों और ईस्टर्न सिस्टर्स के रूप में कहे जाने वाले सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, अरूणाचल, असम आदि आठ पहाड़ी राज्यों की शिरकत ने 36वें अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को इंटरनेशनल लेवल पर नई ऊंचाईयां प्रदान की हैं।

मेला परिसर में छोटी चौपाल का शुभारंभ करते हुए हरियाणा पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन अरविंद यादव ने कहा कि अनेकता में एकता के दर्शन करने हों तो उसके लिए सूरजकुंड मेला सबसे बेहतरीन मंच है। यहां अलग-अलग देशों व राज्यों के कलाकार, शिल्पकार, दस्तकार, बुनकर, पाककला के माहिरों, चित्रकार एक धरती पर एकत्रित होते हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। यह मेला इन कलाकारों व हस्तशिल्पियों को 17 दिन तक दर्शकों के बीच रहने का अवसर प्रदान करेगा।

पर्यटन विभाग तथा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा के मंच छोटी चौपाल में वीणावादिनी मां सरस्वती की वंदना से कार्यक्रमों की शुरूआत हुई। सबसे पहले लोकेश व उनके साथियों ने छोटी सी बनड़ी, फेरां पै झगड़ी.. गीत पर हरियाणवी लोकनृत्य प्रस्तुत किया। उसके बाद कजाकिस्तान की युवतियों ने रंग-बिरंगे परिधान पहनकर अपने लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। तदोपरां पंजाब से आए युवाओं ने जोरदार भंगड़ा पेश कर दर्शकों में जोश भर दिया। कश्मीर की सबरीना मुस्कान व उनकी साथी कलाकारों ने गुलपोशो जो मानियो वलकम का दशी मानिया, बुम्बरो..बुम्बरो श्याम रंग बुमरो.. गीत पर लोकनृत्य की प्रस्तुति दी।