November 16, 2024

सुल्ली डील्स पर शिकंजा, ट्रेड ग्रुप पर रची गई थी मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ साजिश

New Delhi/Alive News: बुल्ली बाई के बाद दिल्ली पुलिस ने सुल्ली डील्स के मास्टरमाइंड ओंकारेश्वर ठाकुर को इंदौर के न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप से गिरफ्तार किया है। वह मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने के लिए बने ट्विटर के ट्रेड ग्रुप का भी सदस्य था। दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 25 साल के ओंकारेश्वर ठाकुर ने स्वीकार किया है कि वह ट्विटर पर उस ट्रेड ग्रुप का सदस्य था, जिसमें मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने की साजिश रची जाती थी। इसी के लिए उसने गिटहब पर कोड विकसित किया। प्रारंभिक जांच में आरोपी ओंकारेश्वर ठाकुर ने कबूल किया है कि वह ट्विटर पर एक ट्रैड ग्रुप का हिस्सा था, जहां एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया जाता था।

इससे पहले ‘बुल्ली बाई एप’ के मुख्य क्रिएटर को दिल्ली पुलिस, स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने असम से गिरफ्तार किया था। नीरज ही बुल्ली बाई एप का मास्टरमाइंड है। उसने ही गिटहब पर बुल्ली बाई एप को बनाया था। इसके बाद इसको प्रमोट करने के लिए ट्वीटर पर ‘बुल्ली बाई अंडर स्कोर’ नाम से ट्विटर अकाउंट बनाया। बाद में इसे सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा शेयर कर दिया गया। इसके पास से मिले मोबाइल और लैपटॉप से इसकी पुष्टि हो गई है।

जानिए क्या है ‘बुल्ली बाई’ ऐप विवाद
बुल्ली बाई लोगों को बरगलाने और वित्तीय लाभ कमाने के लिए देश भर में एक संदिग्ध समूह द्वारा विकसित एक एप है। एप को बनाने के पीछे का मकसद भारतीय महिलाओं की नीलामी के लिए रखना और बदले में पैसा कमाना है। ‘बुल्ली बाई’ एप माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाली ओपन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइट GitHub पर बनाया गया था। बुल्ली बाई जैसी घटनाओं में, साइबर अपराधी इंटरनेट से लोकप्रिय महिलाओं, सेलेब्स, प्रभावशाली लोगों, पत्रकारों आदि की तस्वीरें लेते हैं और उनका उपयोग अपने वित्तीय लाभ के लिए करते हैं।

ये ऑनलाइन स्कैमर्स सोशल मीडिया अकाउंट से इन महिलाओं की तस्वीरें चुराते हैं और उन्हें प्लेटफॉर्म पर लिस्ट कर देते हैं। इसलिए इन महिलाओं को हमेशा अपनी प्रोफाइल को लॉक करके रखना चाहिए या अपनी प्रोफाइल को प्राइवेट रखना चाहिए। एप पर प्रोफाइल में पीड़ितों की फोटो और दूसरे पर्सनल डिटेल शामिल थे, जो महिलाओं की सहमति के बिना बनाई गई और शेयर किए जा रहे थे। ट्विटर पर बुल्ली बाई एप से कई पोस्ट शेयर होने के तुरंत बाद, सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ऐसे अपमानजनक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया।

दिल्ली में स्पेशल सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि सुल्ली डील्स के ऐप क्रिएटर ओंकारेश्वर ठाकुर को गिरफ्तार किया है। ठाकुर ने कबूल किया कि उसने जुलाई 2021 में गिटहब पर सुल्ली डील्स ऐप बनाया। ऐप से कई मुस्लिम महिलाओं की सहमति के बिना नीलामी के लिए उनकी तस्वीरें अपलोड की गई थीं। ठाकुर ने जनवरी 2020 में ट्विटर हैंडल @gangescion का इस्तेमाल कर ट्विटर पर ट्रेडमहासभा के नाम से ग्रुप में शामिल हुआ था। सदस्यों ने मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने की साजिश रची थी। हंगामे के बाद सभी लोगों ने सोशल मीडिया फुटप्रिंट्स को डिलीट कर दिया था।