Faridabad/Alive News: बल्लभगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की एक महत्वपूर्ण मीटिंग दयालपुर गांव के नालंदा स्कूल में एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्र सेन शर्मा की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में उपस्थित विभिन्न स्कूल संचालकों ने एक स्वर से कहा कि अब फरीदाबाद के साथ-साथ हरियाणा में भी कोरोना का प्रकोप बहुत ही कम हो चुका है। सरकार ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को लोगों के लिए खोल दिया है।
बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए सभी स्कूल संचालक शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि 1 जुलाई से सभी स्कूलों को बच्चों की पढ़ाई के लिए खोला जाए। वैसे भी पिछले साल से स्कूल बंद रहने के कारण स्कूलों की फीस नहीं आ रही है जिससे शिक्षकों का वेतन और स्कूल के अन्य खर्चों का भुगतान करने में स्कूल संचालकों को परेशानी हो रही है।
ग्रामीण आंचल व शहरी क्षेत्र में कालोनियों में स्थित छोटे छोटे बजट स्कूलों का बजट बिल्कुल गड़बड़ा गया है। स्कूल संचालक भूखे मरने के कगार पर हैं। मुख्यमंत्री को कई बार ज्ञापन दिया है कि इन छोटे छोटे बजट स्कूलों को आर्थिक पैकेज देकर बचाया जाए, लेकिन सरकार की तरफ से इन बजट स्कूलों को कोई आर्थिक सहयोग नहीं दिया गया है।
जबकि ऐसे छोटे छोटे बजट स्कूल अपनी सारी पूंजी और जमीन लगाकर विद्यालय बनाकर राष्ट्र निर्माण के लिए भावी पीढ़ी का निर्माण कर रहे हैं – शिक्षकों और अन्य स्टाफ को रोजगार भी प्रदान कर रहे हैं। ऐसी मुसीबत के समय सरकार को इनकी मदद करनी चाहिए। मीटिंग में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री ,शिक्षा मंत्री और कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा वह सभी विधायकों को शीघ्र ही ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
महासचिव सतीश शर्मा ने कहा कि सरकार 1 जुलाई से स्कूलों को बच्चों की पढ़ाई के लिए खोलें। मीटिंग में उपस्थित स्कूल संचालकों ने चेतावनी देकर कहा कि यदि सरकार ने 1 जुलाई से स्कूल खोलने में देरी की तो फरीदाबाद सहित पूरे हरियाणा के निजी स्कूल संचालक सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
इस अवसर पर प्रमुख स्कूल संचालकों में सतीश शर्मा, चौ अवतार सिंह, ओ पी धनखड़, विष्णु शर्मा, श्याम सुंदर ,राजू शर्मा, रामप्रकाश, दयाचंद शर्मा, ज्ञानचंद, प्रदीप नागर, वाई. के महेश्वरी, नरेश गुप्ता, राकेश शर्मा अत्री, रमेश पाल, टीकाराम शर्मा, हर्षित राघव, वीरेंद्र सिंह, बलराम, लक्ष्मी नारायण, संतरा रानी, राजू शर्मा आदि उपस्थित रहे।