Faridabad/Alive News : ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास मंत्रालय केंद्र, राज्य व जिला लीड बैंक (कनैरा) की ओर से संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) फरीदाबाद में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। यह संस्थान युवाओं को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें व्यवसाय या स्वरोजगार के लिए तैयार करता है।
आज आरसेटी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 35 विद्यार्थियों ने अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती मूर्ति ने शिरकत की। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से संवाद कर उनकी प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने विद्यार्थियों की सीखने की ललक और आत्मनिर्भर बनने की सोच की सराहना की।
अपने संबोधन में मूर्ति ने उपस्थित प्रशिक्षुओं को प्रेरित करते हुए कहा की स्वरोजगार केवल काम नहीं, आत्मसम्मान है। इसे पहचानें, अपनाएं और आगे बढ़ें। आरसेटी फरीदाबाद द्वारा जो प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, उससे आप न केवल स्वयं का बल्कि अपने परिवार का भविष्य भी बेहतर बना सकते हैं। यह प्रशिक्षण आपको न केवल ज्ञान देगा, बल्कि स्वरोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा। आप सभी इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएं और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
इस अवसर पर आरसेटी फरीदाबाद के निदेशक श्री पियूष गोयल ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय केंद्र, राज्य व जिला लीड बैंक (Canera) द्वारा शुरू की गई यह सेवा आज देशभर में हजारों युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है। इसी कड़ी में आज फरीदाबाद आरसेटी सेंटर में 35 प्रशिक्षुओं ने अपना प्रशिक्षण पूर्ण किया है। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद सभी प्रशिक्षुओं को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया केंद्र, राज्य व जिला लीड बैंक (कनैरा) की इस पहल के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही युवतियां को फ्री ब्यूटीशियन कोर्स जो आपको सौंदर्य उपचार और सेवाओं के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान किया जाता है , साथ ही सिलाई भी सिखाई जाती है वही युवाओं को फ़ोन टेक्निशन , एसी रिपेयर जैसे प्रशिक्षण प्रदान किए जाते है।
एलएमडी विनोद कुमार जो कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के पश्चात् वर्षों तक संस्थान सभी प्रशिक्षुओं से संपर्क में रहेगा और उनकी कार्य प्रगति की रिपोर्ट एकत्र करेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण देना नहीं, बल्कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए तैयार करना और जरूरत पड़ने पर बैंक लोन की प्रक्रिया में सहायता प्रदान करना भी है।
एफएलसी रोहतास सिंह यादव ने कहा आरसेटी जैसी योजनाएं न केवल युवाओं को स्वावलंबी बना रही हैं, बल्कि ग्रामीण एवं शहरी सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजगार सृजन की नई संभावनाओं को भी जन्म दे रही हैं।
यह प्रशिक्षण केंद्र आने वाले समय में और अधिक युवाओं को आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।कार्यकम्र में प्राध्यापक अमित, अंजू एवं इन्दर मोहन सिंह समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।