November 15, 2024

सर्वोदय के डॉक्टरों ने टी.बी. के प्रति लोगों को किया जागरूक

Faridabad/Alive News : विश्व टी.बी.दिवस के मौक़े पर सर्वोदय अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसलटेंट डॉ.सुमित अग्रवाल एवं पल्मनोलॉजी की सीनियर कंसलटेंट डॉ. मनीषा मेहंदीरत्ता ने बताया कि टीबी अथवा क्षय रोग माइक्रोबैटरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु के संपर्क में आने से होता है और यह किसी भी उम्र में हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 2015 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में 96 लाख लोग टीबी की बीमारी से ग्रसित है और भारत में 22 लाख से अधिक लोग टी.बी. की बीमारी से पीडि़त है।

टी.बी. रोग निचले स्तर में रहने, छोटे स्थान में ज्यादा लोगों के रहने, अच्छा पौष्टिक आहार न लेने व कम प्रतिरोधक क्षमता और एचआईवी और मधुमेह जैसी बिमारियों के रहने के कारण हो सकता है। टी.बी. का रोग फैलाने वाला जीवाणु रोगी के थूक में होता है जब रोगी कही खांसता/छींकता या थूकता है तो वह जीवाणु हवा में मिलकर स्वस्थ व्यक्ति तक पहुंच कर उसे संक्रमित कर देता है।

बचाव के लिए पीडि़त मरीजों को नियमित और पूरे समय तक दवाई लेनी चाहिए। दवा जल्दी छोड़ देने पर पूरा कोर्स शुरू से आरम्भ करना पड़ता है दूसरों को भी टी.बी. होने का खतरा बढ़ जाता है। पीडि़त को मुहं पर रुमाल लगाकर ही थूकना और छिकना चाहिए। सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।