November 17, 2024

संस्कारों के लिए विद्यार्थियों में संस्कृत का ज्ञान होना आवश्यक : मनोहर लाल

Faridabad/Alive News : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य मे संस्कृत भाषा को प्रोत्साहन देने के लिए कैथल जिला के मुंदड़ी में संस्कृत विश्वविद्यालय तथा पंचकूला के माता मंसा देवी कॉम्प्लैक्स में सरकार से मान्यता प्राप्त संस्कृत गुरूकुल महाविद्यालय खोला जाएगा। उन्होंने आज फरीदाबाद में गुरूकुल इंद्रप्रस्थ के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के आयोजकों की माँग पर शास्त्री, आचार्य तथा शिक्षा शास्त्री की उपाधियों को क्रमश: बीए, एमए तथा बीएड के समकक्ष मान्यता देने के विषय का अध्ययन कराने का भरोसा भी दिया। साथ ही राज्य में 1000 नई व्यायामशालाएं खोलने व योगा प्रशिक्षक नियुक्त करने की बात कही। मनोहर लाल ने कहा कि हमारी गुरूकुल शिक्षा प्रणाली बहु उद्देशीय गतिविधियों का केंद्र रही है। गुरूकुल में शिक्षा, शारीरिक विकास, योग, संस्कार, हवन-यज्ञ आदि का ज्ञान सब एक स्थान पर दिए जाते रहे हैं। समाज के बारे में चिंतन का केंद्र भी गुरूकुल रहे है। उन्होंने कहा कि इंद्रप्रस्थ गुरूकुल से मेरा पुराना संबंध रहा है, जोकि मुझे आज भी प्रेरणा देता है। उन्होंने बताया कि मैं करीब 36 वर्ष पहले 1981 में फरीदाबाद में प्रचारक के तौर पर काम करता था। उस समय इस गुरूकुल में हमने दो दिनों तक समाज, राज्य और देश के हालातों पर चिंतन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गुरूकुल की स्थापना स्वामी श्रद्धानंद ने की थी और आज़ादी की लड़ाई में यह गुरूकुल क्रांतिकारियों के ठहरने की स्थली रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद भगत सिंह, अश्फ़ाक उल्ला खां, सुखदेव, राजगुरू आदि क्रांतिकारी यहाँ से क्रांतिकारी गतिविधियों का संचालन किया करते थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अज्ञातवास के दौरान यही पर आठ दिन प्रवास किया था। कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री आचार्य देवव्रत के साथ उस कक्ष को भी देखने गए जहाँ नेताजी ने प्रवास किया था।

मुख्यमंत्री ने नारी शिक्षा के क्षेत्र में आर्य समाज के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि आर्य समाज की ओर से संचालित गुरुकुलों में आज भी उच्च मूल्यों पर आधारित शिक्षा व संस्कार के लिए निस्वार्थ भाव से त्यागपूर्ण कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि गुरूकुलों के विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से हर प्रकार की मदद दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की धरती से बेटी बचाओ-बेटी बचाओ का आह्वान किया तो आर्य समाज व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं ने मिलकर राज्य सरकार का सहयोग किया। जिसके चलते बीते जनवरी माह में राज्य में लिंगानुपात की स्थिति 922 रही। राज्य सरकार यह आँकड़ा 950 के पार पहुँचाकर रहेगी। हरियाणा की बेटियों जिनमें दीपा मलिक, साक्षी मलिक ने खेलों के क्षेत्र में दुनिया में भारत का परचम लहराया वहीं कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में अपना नाम किया।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि आर्य समाज ने उत्तर भारत में नारी शिक्षा का सूत्रपात किया है। इंद्रप्रस्थ गुरूकुल की स्थापना स्वामी श्रद्धानंद ने की थी। आज़ादी की लड़ाई में उस निर्भीक सन्यासी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जलियाँवाला बाग़ कांड, रोलट एक्ट के विरोध का नेतृत्व किया। वे दुनिया के ऐसे पहले सन्यासी रहे जिनको जामा मस्जिद में आमंत्रित किया गया। हिंदू-मुस्लिमों के बीच सर्व स्वीकार्य स्वामी श्रद्धानंद एक दिव्य पुरुष थे। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी को ‘महात्मा’ की उपाधि भी स्वामी श्रद्धानंद ने प्रदान की थी। स्वामी दयानंद के विचारों पर आधारित गुरूकुल शिक्षा प्रणाली को भी उन्होंने ही स्थापित किया था। आर्य समाज एक राष्ट्रवादी सोच पर काम करने वाला अंधविश्वास, पाखंड का विरोध, छूआछूत मिटाने वाला तथा नारी शिक्षा को बढ़ावा देने वाला एक संगठन है।

इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने संयुक्त रूप से इंद्रप्रस्थ गुरूकुल के इतिहास पर लिखी गई पुस्तिका, आर्य प्रतिनिधि सभा की पाक्षिक आर्य पत्रिका के नए कलेवर में हुए पहले प्रकाशन तथा नई दिल्ली के आर्य वीर दल की मासिक पत्रिका युवा निर्माण का विमोचन किया। गुरूकुल इंद्रप्रस्थ के शताब्दी समारोह की आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री व राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने इससे पहले गुरूकुल इंद्रप्रस्थ में पानी की समस्या के स्थाई समाधान के लिए जलघर का भी शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री मनोहर ने अपने एच्छिक कोष से गुरूकुल इंद्रप्रस्थ को 21 लाख रुपए तथा चंदन देवी गुरूकुल, पिल्लूखेड़ा (जींद) को पाँच लाख रुपए देने की घोषणा भी की। वही एमडीएच समूह के महाशय धर्मपाल ने भी इंद्रप्रस्थ गुरूकुल को 11 लाख रुपए की सहायता प्रदान की। मुख्यमंत्री ने फऱीदाबाद में सराय ख्वाजा से गुरूकुल जाने वाली सडक़ का नाम स्वामी श्रद्धानंद मार्ग करने की घोषणा भी की। साथ ही आयोजकों की ओर से रखे गए माँग पत्र पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भरोसा दिया।

इस अवसर पर हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल, मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, नगर निगम मेयर सुमन बाला, चेयरमैन अजय गौड़, भाजपा के ज़िलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान आचार्य रामपाल, गुरूकुल इंद्रप्रस्थ के आचार्य ऋषिपाल, आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के प्रधान डा पूनम सूरी, गौ रक्षा दल के प्रधान योगेन्द्र तथा ज्वाइंट सीपी राजश्री भी उपस्थित थी।