November 15, 2024

जीवा स्कूल में संस्कार मेले का आयोजन

Faridabad/Alive News: सैक्टर 21 बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में वार्षिकोत्सव के रूप में संस्कार मेले का आयोजन किया गया। जीवा पब्लिक स्कूल परिसर में वार्षिक उत्सव के रूप में संस्कार मेले का आयोजन किया जाता है जिससे यह दर्शाया जा सके कि यहाँ शिक्षा केवल किताबी शिक्षा पर ही केंद्रित नहीं हैए बल्कि यहाँ पर छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ज़ोर दिया जाता है जिससे छात्रों का चातुर्दिक विकास हो सके। इसके साथ ही विद्यालय में भारतीय परंपरा और संस्कृति के प्रति भी विशेष तौर पर ध्यान दिया जाता है। विद्यालय में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के द्वारा छात्रों का उचित मार्गदर्शन किया जाता हैए जिससे वे समाज के सभ्य व चरित्रवान नागरिक बन सकें।

भारतीय परंपरा का ध्यान रखते हुए मेले का शुभारंभ परंपरागत ढंग से दीप प्रज्जवलित कर किया गया एवं श्री कृष्ण की पूजा अर्चना भी की गई। इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहानए उपाध्यक्षा चंद्रलता चौहान एकेडमिक एंड एक्सिलेंस हेड मुक्ता सचदेवए डायरेक्टर ऑफ सीइओ जीवा आयुर्वेद मधुसूदन चौहान डायरेक्टर्स काजल चौहान मीनाक्षी सिंह एवं नीरजा चौहान भी उपस्थित रहीं। इसके उपरांत स्कूल प्रांगण में एक-एक करके अनेक कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया गया सर्वप्रथम गणेश वंदना प्रस्तुत की गई तथा स्कूल एवं छात्रों के पूरे वर्ष की उपलब्धियों को स्कूल रिपोर्ट के माध्यम से बताया गया। नन्हे मुन्ने बच्चों ने बेहद अनोखे अंदाज में कृष्ण की सुंदरता का वर्णन किया है। वहीं ऑर्केस्ट्रा पर बच्चों ने हनुमान चालीसा की धुन बजाईए बारहवीं कक्षा के छात्र नव्या जाना ने बहुत सुंदर गीत प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके उपरांत छात्रों ने बैसाखी के पर्व को भी नृत्य के रूप में प्रस्तुत किया।

विद्यालय के सभी कार्यक्रमों में से सबसे उत्कृष्ट कार्यक्रम रहा महाभारत जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों ने संपूर्ण महाभारत को नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत कर सबको अपने अभिनय से चकित कर दिया। छात्रों ने इस कार्यक्रम में अपनी अद्भुत प्रस्तुति दी।लथिशा एवं पीयूष ने उपस्थित दर्शकों का मनोरंजन किया वहीं छठी कक्षा की रियाए सरताज एवं आदित्य ने भी अपने हास्य मिमिक्री प्रस्तुत कर सबका मन प्रसन्न कर दिया। छात्रों ने देश के प्रति नागरिकों के कर्तव्यों का वर्णन करते हुए एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। वहीं विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों ने संपूर्ण महाभारत को नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत कर सबको चकित कर दिया। विद्यालय की छात्राओं ने हरियाणा की संस्कृति को नृत्य के माध्यम प्रस्तुत किया। इसके उपरांत छात्रों ने तेनाली राम की एक प्रेरक कथा पर आधारित लघु नाटिका का मंचन किया। दसवीं कक्षा की छात्रा दृष्टि ने भी अंग्रेजी में
छात्रों ने श्रीकृष्ण की विविध कलाओं एवं लीलाओं को भी नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। पंजाब की संस्कृति को प्रस्तुत करते हुए छात्रों ने रंगला पंजाब पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। अभिभावकों के लिए विशेष आकर्षण के रूप में डांडिया नृत्य का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों का ऑकेस्ट्रा प्रोग्राम भी शामिल रहाए जिनके धुनों को सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।

मेले में इस बार एक विशेष थीम रखी गई जिसमें श्री कृष्ण जन्मभूमि एवं बाल्यकाल की सुंदर झलकियां दिखाई गई। प्रत्येक खेल में विद्यालय के सिद्धांतों के साथ साथ श्री कृष्ण की जन्म स्थली के दर्शन दिखाई दिए। इन सिद्धांतों में डीकेएन एसओएई इत्यादि का समावेश किया गया।अभिभावकों एवं बच्चों के लिए भी अनेक प्रकार के मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गयाए जिसमें उन्होंने खूब आनंद प्राप्त कियाए मैजिक वर्ड्स;खेले कृष्णा के संगद्धए कृष्णा डिवाइन क्लॉकए नेचर ग्रैटिच्युडए सफलता संतभए ज्ञान चक्रए गोकुल के लगोरीए कृष्णा एक नाम अनेक सिक्रेट ऑफ मटकीए कालिया नाग का दमनए ट्रेल द कृष्णा केवए डिवाइन दृष्टिएइत्यादि अनेक ऐसे गेम्स रहे जो मनोरंजक होने के साथ साथ भारतीय संस्कृति के स्तंभ बने । इसके अलावा मेले मेंए सल्फी कॉरनरए मेंहदीए टैटू एवं नेल आर्ट विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अलावा ए.टी.ल. के अतंर्गत बनाए गए रोबोर्टस एवं प्रोजेक्ट्स मेले के मुख्य आकर्षण रहे।

इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान ने कहा कि हमें अपने बच्चों को पाठ्यक्रम की शिक्षा के साथ साथ संस्कार अवश्य देने चाहिए मनुष्य चाहे कितनी भी उन्नति कर ले संस्कार के बिना यह निरर्थक हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को निरंतर सीखने का प्रयास करना चाहिए। विद्यालय की उपाध्यक्षा चंद्रलता चौहान एकेडमिक एंड ऐक्सिलेंस हेड मुक्ता सचदेव ने भी सभी छात्रों की प्रस्तुति की प्रसंशा की एवं सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।