New Delhi/Alive News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 जुलाई को लोकसभा में विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि झूठ फैलाने के बावजूद उनकी हार हुई है। पीएम राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं के हमलों पर भी जवाब दिया है। पीएम जब बोलने आए तो विपक्ष ने हंगामा शुरू किया। विपक्षी नेताओं ने मणिपुर के मुद्दे पर ‘न्याय दो’ और ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगाए। स्पीकर ओम बिरला के टोकने के बाद दोबारा पीएम मोदी ने बोलना शुरू किया।
राहुल के हिंदू वाले बयान पर जवाब-
राहुल गांधी के हिंदू वाले बयान पर प्रधानमंत्री ने सदन में जवाब दिया। कहा कि कल जो हुआ, इस देश के लोग आने वाली सदियों तक माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि गंभीर बात है कि हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है। प्रधानमंत्री ने कहा,
“131 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में कहा था कि मैं उस धर्म से आता हूं तो जिसने पूरी दुनिया को सहिष्णुता और वैश्विक स्वीकृति सिखाई है। हिंदू सहनशील है, हिंदू अपनत्व को लेकर जीने वाला समूह है। इसी कारण भारत का लोकतंत्र, भारत की विविधताएं पनपी है और पनप रही है। ये कहा गया कि हिंदू हिंसक होते हैं। ये हैं आपके संस्कार, ये है आपका चरित्र, ये है आपकी सोच, ये है आपकी नफरत। ये देश सदियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।”
दरअसल, राहुल गांधी ने 1 जुलाई को सदन में बीजेपी सांसदों की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे हिंसा की बात करते हैं। राहुल ने बयान दिया था,
“24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा…नफरत-नफरत-नफरत…असत्य-असत्य-असत्य…आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य के साथ खड़े होना चाहिए। सत्य से नहीं डरना चाहिए. अहिंसा हमारा प्रतीक है।”
इस बयान के बाद बीजेपी नेता राहुल गांधी की आलोचना करने लगे. पीएम मोदी समेत दूसरे नेताओं ने इसे हिंदू धर्म का अपमान बताया था।
हाथरस भगदड़ पर बोले पीएम मोदी-
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ की घटना पर भी प्रधानमंत्री ने बयान दिया। कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के संपर्क में है और पीड़ितों को हरसंभव मदद की जाएगी।पीएम मोदी ने कहा,
“यूपी के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुःखद मृत्यु की जानकारी आ रही है। जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। मैं इस सदन के माध्यम से सभी को ये भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी।”
जानकारी के मुताबिक, 2 जुलाई को इस भगदड़ में कम से कम 50 लोगों की मौत हुई है। 100 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।