CHICAGO (AFP) : बतौर राष्ट्रपति बराक ओबामा आज आखिरी बार अपने गृहनगर शिकागो में विदाई भाषण दे रहे हैं। इस मौके पर उनके साथ पूरा परिवार मौजूद है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर उनका एयरफोर्स वन में यह अंतिम सफर भी है। अपने इस विदाई भाषण में उन्होंने उस समय का जिक्र किया है जब वह पहली बार शिकागो आए थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जब वह महज बीस वर्ष के थे तब पहली बार वह शिकागो आए थे। यहां पर ही उन्हेें पता चला कि उन्हें अपने जीवन में क्या करना है और इसका क्या महत्व है।
देशवासियों को कहा ‘धन्यवाद’
इस बात का पहली बार अहसास हुआ कि उन्हें अपने में उस बदलाव को महसूस किया जिसकी बदौलत वह आज यहां पर खड़े हैं। यहां पर ही उन्हें आम लोगों के लिए आवाज उठाने और उनकी मांग के लिए लड़ना सीखा। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्रपति के तौर पर बिताए आठ वर्षों के बाद भी वह इस बात पर यकीन रखते हैं। उन्होंने कहा कि वह आज सभी देशवासियों को शुक्रिया कहना चाहता हैं। हर दिन मैंने आपसे सीखा। आप लोगों ने मुझे बेहतर राष्ट्रपति और इंसान बनाया।
घर आकर अच्छा लगा
ओबामा ने कहा कि उन्हें आज घर आकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि बदलाव तभी होता है जब आम आदमी इससे जुड़ता है। आम आदमी ही बदलाव लाता है। हर रोज मैंने लोगों से कुछ न कुछ सीखा। हमारे देश के निर्माताओं ने हमें अपने सपने पूरे करने के लिए आजादी दी। सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने यह प्रयास किया कि सभी को आगे बढ़ने का मौका मिले।
रंगभेद पर लोगों की बदली सोच
रंगभेद पर अपने विचार रखते हुए ओबामा ने कहा कि अब स्थिति में काफी सुधार है जैसे कई सालों पहले हालात थे अब वैसे नहीं हैं। हालांकि रंगभेद अभी भी समाज का एक विघटनकारी तत्व है। इसे खत्म करने के लिए लोगों के हृदय परिवर्तन की जरूरत है, सिर्फ कानून से काम नहीं चलेगा। उनका कहना था कि उनके कार्यकाल के दौरान देश में एक भी विदेशी आतंकी हमला नहीं हुआ। न ही अमेरिका पर हमला करने वाला कोई भी सुरक्षित नहीं रह सकता है। उन्होंने अमेरिकी जनता से अपील की कि अमेरिकी मुस्लिमों के खिलाफ किसी प्रकार के भेदभाव को नकार दें।