Faridabad/Alive News : लापरवाही छुपाने के लिए नहीं दे रहे जवाब फरीदाबाद हरीयाणा शहरी विकास प्राधिकरण ( एचएसवीपी ) में आरटीआइ लगाते रहते है। उन्हे समय पर जवाब दे दिया गया। कितनी प्रथम व दितीय अपील में गई हैं। कितनी आरटीआई पर जुर्माना किया गया , कितना और किस – किस अधिकारी पर किया गया। इस सभी की जानकारी लेने के लिए जब आरटीआइ लगाई ताे जवाब नहीं मिला। अब आरटीआइ कार्यकर्ता ने राज्य सूचना आयाेग काे पत्र लिखकर जिम्मेदारी अधिकारियाें पर कार्रवाई के लिए कहा है।
आरटीआइ का जवाब 30 दिन के अंदर देना हाेता है। न देने पर प्रथम और दितीय अपील की जा सकती है। एचएसवीपी अधिकारी पहले ताे प्रथम अपील की सुनवाई की तारीख नहीं दे पा रहे है। और कुछ की अपील सुनी लेकिन यहां दिए गए आदेश का पालन नहीं किया गया। सच्चाई यह है कि आरटीआइ का जवाब दे दिया जाए ताे लापरवाही सामने आ जाएगी।
इसलिए अधिकारी एक- दुसरे काे बचाने के चक्कर में ऐसा कर रहे हैं। साइन बाेर्ड भी नही आरटीआइ के नियम अनुसार हर सरकारी कार्यालय पर आरटीआई के बारे में जानकारी वाला साइन बाेर्ड लगा हाेना जरुरी है। जबकि एचएसवीपी में कहीं पर भी ऐसा बाेर्ड नहीं लगा है। साइन बाेर्ड पर यह लिखा हाेना जरुरी है किआरटीआई काैन से अधिकारी के पास लगानी है व प्रथम अपील की काैन से अधिकारी के पास लगानी है व कितने दिनाें में लगानी है। प्राधिकारी के पास आरटीआइ का पुरा रिकार्ड है। कुछ रिकार्ड है। कुछ रिकार्ड कार्यालय आकर देखा जा सकता है। ताे जांच कराई जाएगी। – नवीन कुमार , संपदा अधिकारी , प्राधिकरण