November 17, 2024

70 करोड़ के काले धन को सफेद करने वाले रोहित टंडन गिरफ्तार

New Delhi/Alive news : काले धन को खपाने और नोटबदली के खेल में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को दिल्ली में लॉ फर्म के मालिक रोहित टंडन को गिरफ्तार कर लिया. टंडन पर नोटबंदी के बाद बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से 70 करोड़ की राशि को व्हाइट कराने का आरोप है. इस मामले में ईडी ने टंडन से पूछताछ भी की थी. इसके बाद बुधवार को दिल्ली में कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर की गिरफ्तारी भी इसी मामले में हुई थी.

बैंक मैनेजर से मिले थे अहम सुराग
रोहित टंडन के घर से मिले नए नोटों की जांच के दौरान ईडी को कई अहम सुराग मिले थे. इसी आधार पर बुधवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित कोटक महिंद्रा बैंक शाखा के मैनेजर को गिरफ्तार किया था. साकेत कोर्ट ने उसे पांच दिन की ईडी की कस्टडी में भेज दिया है. ईडी की पूछताछ में पता चला कि आशीष ने 38 करोड़ रुपये का फर्जी ड्राफ्ट बनाया था. उसने 13 करोड़ रुपये के नोट बदले थे. ईडी ने मैनेजर को हवाला कारोबारी पारसमल लोढ़ा और दिल्ली के वकील रोहित टंडन के साथ संबंध होने के चलते गिरफ्तार किया था.

टंडन के फर्म पर हुई थी छापेमारी
गौरतलब है कि 6 अक्टूबर को आयकर विभाग ने रोहित टंडन की दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित टी एंड टी लॉ फर्म पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये बरामद किए थे. जांच टीम ने रेड मारकर करीब 13.65 करोड़ रुपये बरामद किए थे.

संदिग्ध खाते की जांच में खुलासा
कोटक महिंद्रा बैंक की शाखा में दो संदिग्ध अकाउंट पाए जाने के बाद यह आयकर विभाग के जांच के दायरे में आ गई थी. ईडी के सूत्रों के अनुसार बैंक मैनेजर आशीष कुमार ने फर्जी नाम से 38 करोड़ रुपये का ड्राफ्ट बनाया जिसे बाद में आयकर विभाग ने कैंसल कर दिया था. उसने रोहित टंडन के 13 करोड़ रुपये के नोट सीधे बदले थे. रोहित टंडन ने स्वीकार किया है कि आशीष ने 51 करोड़ रुपये लिए और नोट बदले और 1.5 करोड़ रुपये का कमिशन लिया. वह रोहित टंडन के फार्म हाउस पर भी गया था.

ईडी ने जुटाए अहम सबूत
ईडी ने रोहित टंडन के मोबाइल से व्हाट्सएप के जरिए कई लोगों से बातचीत का ब्योरा भी बरामद किया था. वहीं ईडी की जांच में रोहित समेत कई बड़े कारोबारियों का नाम सामने आया था. ईडी जल्द सभी कारोबारियों से पूछताछ कर सकता है.