November 30, 2024

गणतंत्र दिवस : राजपथ पर दुनिया ने देखी सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विरासत की अदभुत झलक

New Delhi/Alive News : कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और देशभक्ति के जज्बे से लबरेज माहौल में 69वें गणतंत्र दिवस के मौके पर आज राजपथ पर देश की सैन्य ताकत, वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी उपलब्धियों व समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की अदभुत झलक आज दुनिया ने देखी. 69वें गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में इस बार 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष गवाह बनें. सुबह हल्की धुंध के बीच शुरु हुए कार्यक्रम में 23 झाकियां, सैन्य बलों, अर्धसैनिक बलों, एनसीसी, एनएसएस और एनएसजी के 15 मार्चिंग दस्ते, संयुक्त अरब अमीरात का एक मार्चिंग दस्ता और उनके बैंडों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम से अपनी कला का प्रदर्शन किया.

राजपथ पर पहली बार नारी शक्ति ने दिखाया अपना दम
एक चैनल के अनुसार 69वें गणतंत्र दिवस पर भारतीय पुरुष सैनिकों के साथ महिला सैनिकों का जौहर भी देश ने देखा. यह पहला मौका था जब राजपथ पर BSF की महिला टुकड़ी ने बाइक पर स्‍टंट दिखाते हुए नारी शक्ति का प्रदर्शन किया. भारतीय सेना के तीनों अंगों ने हाथ मिलाकर दिल्ली पुलिस के बैंड दस्ते ने भी अपना जौहर दिखाया. दिल्ली पुलिस के परेड दस्ते का नेतृत्व असिस्टेंट कमिश्नर अनंत कुमार ने किया. इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में साथ सात टारगेट को निशाना बनाने वाली खोजी रेडार ‘स्वाति’ को भी शामिल किया था. स्वाति का सिस्टम पूरी तरह से स्वदेश निर्मित है. यह रेडार मोर्टार, आर्टिलरी गन आदि के हमले को भांपकर दुश्मन की सही लोकेशन का पता लगाने में सक्षम हैं.

दुश्मन के छक्के छुड़ाने वाले ब्रह्मोस का प्रदर्शन
राजपथ पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल को भी प्रदर्शित किया गया. ब्रह्मोस एक कम दूरी की सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है. इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है. यह कम ऊंचाई पर तेजी से उड़ान भरती है और इस तरह से रेडार की आंख से बच जाती है. ब्रह्मोस का पहल सफल लॉन्च 12 जून, 2001 को हुआ था. इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है.

अर्धसैनिक बलों की झांकी
इनके अलावा अर्धसैन्य बलों की झांकियों में भारत तिब्बत सीमा पुलिस की झांकी भी राजपथ से गुजरेगी. अंत में मंत्रालयों की झांकियों का दीदार किया जा सकेगा. इनमें युवा एवं आदिवासी मामलों के मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, आयकर निदेशालय और सबसे आखिर में केन्द्रीय लोकनिर्माण विभाग की झांकी गुजरेगी.