Faridabad/Alive News : फरीदाबाद सत्संग, कथा, प्रवचन एवं साध-संगत से मन और मस्तिष्क दोनों को सकून मिलता है। हमें परमात्मा के ध्यान के साथ-साथ उन धार्मिक कथाओं का भी स्मरण करना चाहिए जो कथाएं देवताओं और महापुरूषों की जीवनी से जुड़ी हैं। ऐसी कथाओं से जीवन में कुछ सीखने की लालसा होनी चाहिए। यह बात सैक्टर-19 स्थित रामलीला मैदान में शीतला माता मंदिर कमेटी एवं न्यू सनातन धर्म रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा से पूर्व निकाली गई कलश यात्रा में उपस्थित समाजसेवी विनोद भाटी ने कही।
उन्होंने कहा कि धर्म हमें सदमार्ग पर चलने के लिए प्रेरणा देता है और सदमार्ग पर चल कर ही मानव व मानवता का कल्याण संभव है। उन्होंने कहा कि ऐसी कथाओं से भाईचारा, प्रेम तथा सहयोग की भावना प्रगाढ़ होती है। ऐसे आयोजन से बच्चों में धार्मिक संस्कृति को सीखने और सांस्कारिक होने की प्रेरणा मिलती है।
कथा व्यास आचार्य हेमंत कृष्ण महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि परमात्मा की शरण में आने वाले हमेशा सदगति को प्राप्त होते हैं, क्योंकि परमात्मा कभी भी हिंसा के लिए प्रेरित नहीं करते। धर्म केवल प्रेम से जोड़ता है तत्पश्चात विशाल कलश शोभा यात्रा शहर के मुख्य-मुख्य बाजारों से होते हुए कथा परिसर में संपन्न हुई।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक पंडित दलीप, शीतला माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मुकेश बंसल, इतवारी लाल ठेकेदार, योगेंद्र एडवोकेट, मुकेश जिंदल, महेश शर्मा, राकेश गर्ग तथा राकेश माहौर सहित अनेक लोग उपस्थित थे।