Jalon/Alive News : सोमवार को यूपी की उरई डिस्ट्रिक्ट जेल के गेट पर नजारा कुछ अलग था। दरअसल, यहां बीजेपी नेता की सिफारिश पर 4 दिन से जेल में बंद 8 गधों की रिहाई हुई। सुपरिंटेंडेंट ने पेड़-पौधों को नुकसान पहुंचाने पर गधों को 24 नवंबर को सलाखों के पीछे भेज दिया। इसके बाद मालिक इन्हें छुड़ाने के लिए अफसरों के चक्कर काटता रहा। बताया जा रहा है कि हार-थककर मालिक ने एक बीजेपी नेता से मदद मांगी। सोमवार को बीजेपी नेता मालिक के साथ जेल पहुंचे और अफसरों से बात की।
गधों को क्यों मिली 4 दिन जेल की सजा
– जेल पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल आरके मिश्रा ने बताया, ”कुछ दिन पहले सुपरिंटेंडेंट सीताराम शर्मा ने करीब 5 लाख रुपए कीमत के पौधे मंगाए थे। जिन्हें जेल के अंदर लगाया जाना था, लेकिन बाहर घूमने वाले गधों ने सब नुकसान कर दिया।”
– ”अफसरों को इसकी जानकारी मिली तो गधों के मालिक से उन्हें हटाने के लिए कहा। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। आखिर में हमें गधों को जेल में बंद करने की सजा देनी पड़ी। मालिक के साथ एक नेता जेल अफसरों से मिलने आए थे। इसके बाद गधों को छोड़ा गया।”
सोमवार को जेल पहुंचे थे बीजेपी नेता
– उधर, जेल सूत्रों ने बताया कि जेल के विजिटिंग रजिस्टर में बीजेपी नेता शक्ति गहोई के साइन हैं। हालांकि, गहोई ने सोमवार को जेल जाने की बात मानी है, लेकिन गधों के लिए सिफारिश की बात से मुकर गए।
गधों के मालिक ने बीजेपी नेता से मदद मांगी
– जब गधों के मालिक कमलेश को मामले का पता चला तो वह उन्हें छुड़ाने के लिए जेल अफसरों के पास गया। सभी गधे 24 तारीख से जेल में थे। इसके बाद मालिक ने सोमवार को बीजेपी नेता शक्ति गहोई से मदद मांगी। दोनों जेल पहुंचे और गधों की रिहाई के लिए बात की।
पहली बार गधों को जेल से बाहर आते देखा
– दूसरी ओर, चश्मदीद इकबाल ने बताया कि पहली बार जेल से गधों को छोड़ा जा रहा है। अब तक तो इंसानों को ही जेल से बाहर आते देखा था।