Faridabad/Alive News: एसडीएम त्रिलोक चंद ने कहा कि योग भारत की प्राचीनतम पद्धति है, नियमित योगाभ्यास करने से मनुष्य की जीवनशैली में परिवर्तन होता है। एसडीएम त्रिलोक चंद शुक्रवार को प्रातः 6 बजे स्थानीय अनाज मण्डी में उपमण्डल स्तरीय 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर योगाभ्यास करने वालों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने ने कहा कि योग की बदौलत ही भारत को विश्वपटल पर अलग पहचान मिली है। आज दुनिया में भारतीय आध्यात्मिकता का सर्वश्रेष्ठ स्थान है। उन्होंने कहा कि शारीरिक रूप से फिट रहने और मानसिक शांति व अध्यात्म के लिए लोग योग प्राचीनकाल से ही कर रहे हैं। पूरी दुनिया में योग पद्धति सबसे पहले भारत में ही शुरू हुई थी।
उन्होंने ने उपस्थित योगाभ्यास करने वाले सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग केवल शरीर की कुछ मुद्राओं या आसन तक सीमित नहीं है। बल्कि यह हमें स्वस्थ और संतुलित जीवन जीना सिखाता है। यह हमें अपनी सांसें, विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करना सिखाता है। इससे हम सभी परिस्थितियों में शांत रहना और अपना ध्यान केंद्रित करना सीखते हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता टीपर चंद शर्मा ने कहा कि योगाभ्यास की प्रत्येक गतिविधि के क्रियान्वयन से मनुष्य के शरीर में लचीलापन, ताकत, शारीरीक, मानसिक और भावनात्मक संतुलन में गुणात्मक सुधार होता है। नियमित रूप योगाभ्यास मनुष्य के आधुनिक जीवनशैली में चुनौतियों को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए तैयार करता है।
टीपर चंद शर्मा ने कहा कि योग मनुष्य के तन और मन को आत्मसात कर एक साथ जोड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वर्ष 2014 से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा जोकि पूरे विश्व ने स्वीकार किया है।
योग गुरू तेजपाल शर्मा ने मंचासीन होकर योग योगाभ्यास का नेतृत्व किया और उपस्थित जनों को विभिन्न मुद्राओं में आसन करवाएं।
इस अवसर पर आयुष विभाग से आयुष अधिकारी डॉक्टर योगेश सरधाना, खण्ड शिक्षा अधिकारी महेन्द्र सिंह, सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी संजय कुमार, पारस जैन, राकेश गुर्जर, लखन बैनीवाल, अशोक शर्मा, जितेन्द्र बंसल, सुषमा यादव, महेन्द्र सिंह सहित विभिन्न विभागों के विभागों के अधिकारीगण व गणमान्य नागरिकों ने उपमण्डल स्तरीय 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल होकर योगाभ्यास किया।