Faridabad/Alive News : सोमवार को बुलाए गए भारत बंद का सबसे बड़ा असर बस और रेल यात्रियों पर पड़ा। पलवल-नई दिल्ली सेक्शन की अाधा दर्जन शटल ट्रेनों के कैंसिल होने से हजारों यात्री अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाए। इसके अतिरिक्त आगरा और पलवल की बसें कैंसिल होने से यात्री अपने घर नहीं जा सके। वहीं इस रूट चलने वाली आगरा इंटरसिटी में भीड़ इतनी अधिक थी कि स्टेशनों पर खड़े यात्री कोच के अंदर घुस तक नहीं पाए। आखिर में मायूस होकर उन्हें वापस लौटना पड़ा।
सबसे अधिक परेशानी असावटी रेलवे स्टेशनों से सफर करने वाले यात्रियों को हुई। ट्रेनों के कैसिंल होने का असर रोडवेज आैर प्राइवेट वाहनों पर भी पड़ा। पलवल बस अड्डे पर लेागों की भीड़ एकत्र रही। राहत की बात यह है कि पुलिस की मुश्तैदी के चलते कोई भी शरारती तत्व कहीं पर भी उपद्रव नहीं कर सका। रेलवे स्टेशन से लेकर नेशनल हाईवे तक 3500 से अधिक पुलिस और आरपीएफ जवान तैनात रहे।
भारत बंद को देखते हुए उत्तर रेलवे ने सुरक्षा के मद्देनजर रविवार देर शाम मथुरा-पलवल-फरीदाबाद-गाजियाबाद जाने वाली आधा दर्जन ट्रेनों को सोमवार का परिचालन बंद करने का निर्णय लिया। इसकी जानकारी दैनिक यात्रियाें को नहीं थी। इस दौरान यात्री जब स्टेशनों पर ट्रेन पकड़ने पहुंचे तब उन्हें पता चला कि कोई भी शटल ट्रेन नहीं चलेगी।
किसी अप्रिय घटना को देखते हुए रेलवे स्टेशनों से लेकर नेशनल हाईवे तक पुलिस का कड़ा पहरा रहा। हाईवे पर निजी वाहनों से जाने वालों पर भी नजर रखी जा रही थी। खासकर युवाओं की जांच हो रही थी ताकि कोई दिल्ली की सीमा में न घुस पाए। खुफिया एजेंसियों ने पलवल से होडल के बीच में गड़बड़ी होने की आशंका जताई थी। ऐसे में आरपीएफ, जीआरपी और लोकल पुलिस स्टेशनों पर बड़ी संख्या में मुश्तैद रही। देरशाम तक कहीं से भी कोई गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली। सब कुछ शांत रहा।