Faridabad : हरियाणा में तमाम मेहनत और कोशिशो के बावजूद पंजाबी वर्ग पनप नही पा रहा है। पाकिस्तान से उजड़ कर आने के बाद से अब तक पंजाबियों ने काफी मेहनत की लेकिन हाल के कुछ वर्षो में पंजाबियों पर बहुत अत्याचार हुए है।
यह बात पंजाबी विकास मंच के अध्यक्ष व समाजसेवी नागेश सहगल ने आज जिला उपायुक्त फरीदाबाद के कार्योलय में पंजाबियों को हरियाणा में जनप्रतिनिधित्व में आरक्षण दिए जाने को लेकर दिए गए ज्ञापन के दौरान पत्रकारों के समक्ष कहीं।
उन्होंने यह भी कहा कि रोहतक कांड, मुर्थल कांड का उदाहरण सबके सामने है। हरियाणा का पंजाबी समाज यह महसूस करता है कि उन्हें विधानसभा और स्थानीय निकाय में आरक्षण की सख्त जरूरत है। ताकि यह पर्याप्त मात्रा में विधानसभा में पहुचं कर अपना पक्ष मजबूती से रख सके, और अपना अच्छा नेता चुन सके। जो पंजाबियों के हित में सरकार को काम करने के लिए मजबूर कर सके।
उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा विधानसभा में तकरीबन ३० फीसदी सीटें पंजाबी वर्ग के लिए आरक्षित होनी चाहिए। होडल से लेकर अंबाला और सिरसा तक पंजागी वर्ग काफी मात्रा मे बसा हुआ है। इस कारण सारे क्षेत्र में पंजाबियों का हक बनता है। स्थानीय निकाय में भी उन्होंने २३ से ४० प्रतिशत सीट आरक्षण की मांग उठाई।