November 16, 2024

भ्रष्टाचार व काले धन जैसी समस्याओं से मिलेगी निजात : मनीराम शर्मा

Nuh/Alive News :  डिजिटल भुगतान ही लेनदेन का भविष्य है, इससे भ्रष्टाचार व काले धन जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी और एक डिजिटल समाज का सृजन होगा। इसके लिए जरूरी है कि हम सभी केशलेस लेनदेन की प्रक्रिया को समझे और इसका प्रयोग करें। यह बात उपायुक्त मनीराम शर्मा ने आज अपने कार्यालय में कैशलैस ट्रांजैक्शन को लेकर जिला में कार्यरत सभी सामान्य सेवा केन्द्रों के ग्रामीण स्तर उद्यमियों व अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।

उपायुक्त ने बताया कि 25 दिसंबर से 14 अप्रैल तक यानि लगातार 100 दिन तक हर दिन 15,000 लोगों का लाटरी से चयन होगा और हर दिन इन 15,000 लोगों के खाते में 1000 रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। प्रति सप्ताह लाटरी के माध्यम से प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार स्वरूप एक लाख, 50 हजार और 25 हजार रुपए पुरस्कार स्वरूप मिलेंगे। स्कीम के 100 दिन पूरा होने पर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिवस पर यानि 14 अप्रैल को एक करोड़ रूपए का प्रथम, 50 लाख का द्वितीय और 25 लाख का तृतीय पुरस्कार भी दिया जाएगा। आप इस्तेमाल करने के लिए बाध्य कतई नहीं है। कृपया गलतफहमी ना फैलाएं। प्रत्येक बैंक का अपना है और साथ ही अन्य अनेक ऑनलाइन तरीके है।

उपायुक्त ने सभी से आह्वान किया है अपना रजिस्ट्रेशन Cashlessharyana.nic.in बेवसाइट पर करवाए। इस साइट पर रजिस्ट्रेशन कराते ही आपके मोबाइल पर माननीय मुख्यमंत्री जी का आपको बधाई संदेश मिलता है और शगुन के तौर पर माननीय मुख्यमंत्री जी 5 रुपए आपको खाते में तत्काल ट्रांसफर करते है। जिला मेवात को इस बेवसाइट पर कम से कम एक हजार लेागों को रजिस्टर्ड कराने का टारगेट मिला है। उन्होंने बताया कि मेवात में 24 दिसंबर तक एक हजार रजिस्ट्रेशन का टारगेट पूरा हो सके।
उन्होंने कहा कि नगदी रहित लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए यूनिफाइट पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई), अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा (यूएसएसडी) तथा कैशलैश ट्रांजैक्शन की अन्य पद्धतियों पर स्वयं को पंजीकृत करवाने वाले लोगों के लिए सरकार द्वारा दैनिक पुरस्कार योजना शुरू करने का निर्णय लिया गया है जो सराहनीय कदम है, जिससे आमजन मानस को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कैश लैश ट्रांजेक्शन से पैसा भी सुरक्षित होगा और पैसों की बचत भी होगी।

उन्होंंने कहा कि कैशलैस ट्रांजैक्शन प्रक्रिया बेहद सरल एवं आसान है, बस इसे एक बार अपने लेनदेन की प्रक्रिया का माध्यम बनाने की जरूरत है। जो लोग डिजिटल पेमेंट के तौर तरीके को अच्छी तरह से जानते है, उन्हे चाहिए कि वे इस तकनीक से अपने आस पास के परिचित करवाए और उन्हे डिजिटल पेमेंट बारे जागरूक एवं प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन प्रशिक्षिण में इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि प्रशिक्षिण देने वाला व्यक्ति स्वयं इस प्रणाली के बारे में पूरी तरह से जानकार हो। उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ सभी सरकारी विभागों जो सेवाओं के बदले शुल्क लेते है को डिजिटल लेनदेन प्रक्रिया अपनाने को कहा है। सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभागों में कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को डिजिटल पेमेंट बारे प्रशिक्षित कर अपने लेनदेन का भुगतान डिजिटल के माध्यम से करने बारे प्रोत्साहित करेंगें। विभिन्न विभागों में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर भी इस प्रक्रिया को समझकर विभाग के अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगें।