Faridabad/Alive News: बाटा चौक से मुजेसर को जोड़ने वाली पावर हाऊस सड़क का काम रुकने से औधोगिक क्षेत्र के साथ-साथ मुजेसर गांव, सेक्टर, कालोनियों के लाखों लोग प्रभावित है। इस सड़क के भारी हल्के वाहनों का दबाव अब हार्डवेयर चौक पर पड़ने लगा है, जिसकी वजह से पूरा शहर सुबह से शाम तक जाम में उलझा रहता है। बाटा चौक से मुजेसर होते हुए औधोगिक क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क का काम रुकने से ज्यादा प्रभाव उधोगों में काम करने आने वाले मजदूरों पर पड रहा है। क्योंकि पलवल, कोसी और दिल्ली की ओर से आने वाले मजदूरों को पावर हाऊस का रास्ता खुदा होने के कारण अब लम्बे रास्ते से होकर कम्पनी पहुंचना पड रहा है।
एचएसवीपी ने कब शुरू कराया था निर्माण कार्य
एचएसवीपी ने करीब 25 सितंबर 2022 को बाटा चौक से मुजेसर को जाने वाली पावर हाउस सड़क का निर्माण शुरू करवाया था। लेकिन बरसात के कारण सड़क का काम अधूरा रह गया। सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार कम्पनी ने सड़क से मिट्टी की खुदाई ही शुरू की थी तभी बरसात शुरू हो गई थी, उसके बाद खुदाई से सड़क में बड़े बड़े गड्ढे हैं बीते दिनों हुई बरसात के कारण गड्ढों में पानी भर गया है। मिट्टी की खुदाई के कारण सड़क पर फिसलन होने के कारण लोगों का पैदल निकलना मुश्किल हो रहा है।
कम्पनी नही कर रही सुरक्षा मानकों का पालन
सड़क निर्माण के चलते कम्पनी की ओर से खोदी गई सड़क पर कोई साइन बोर्ड नहीं लगाया गया है। ऐसे में वाहन चालक अनजाने में इस सड़क पर जाकर फंस जाते है। बीते दिनों हुई बरसात में अनगिनत लोग दुर्घटना के शिकार हुए। इस दौरान लोगों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।
ऑटो चालकों ने बढ़ाया किराया
पावर हाउस वाली सड़क के नाम से प्रसिद्ध इस सड़क पर सैकड़ों से अधिक छोटी बड़ी कंपनियां हैं, जिनमें हजारों की संख्या में कर्मचारी काम करते हैं। ऐसे में सुबह शाम कर्मचारियों को काफी परेशानी हो रही है। दूसरा विकल्प न होने के कारण हार्डवेयर चौक से गुजरना पड़ रहा है। ऐसे में ऑटो चालकों ने दोगुना किराया कर दिया है। अब लोगों को 20 को जगह 40 रुपए देने पड़ रहे हैं। इसके अलावा हार्डवेयर चौक पर भी जाम की स्थिति बनी रहती है। निर्माण के बिना अधूरी पड़ी सड़क से इंदिरा कॉलोनी, ऑटो पिन, मुजेसर गांव, आजाद नगर, सेक्टर 22, 23, 24, संजय कॉलोनी के लोगों का आवागमन होता था, लेकिन सड़क का काम रुक जाने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है।
क्या कहना है लोगों का
नीलम कॉरपोरेट ऑफिस में काम करता हूं, सड़क खोदकर छोड़ देने से काफी परेशानी हो रही है, सोमवार को हार्डवेयर पर बहुत जाम होने के कारण बाटा वाली सड़क से निकलने की कोशिश की, बाइक फिसल गई। काफी चोट लगी।
-पुष्कर, स्थानीय निवासी मुजेसर।
दिल्ली में रहता हूं, साप्ताहिक छुट्टी में इंदिरा कॉलोनी घर जाता हैं, सड़क निर्माणाधीन होने के कोई साइन बोर्ड नहीं लगा है, बारिश के कारण सड़क के गड्ढे दिखाई नहीं दिए और दुर्घटना का शिकार हो गया।
-सुभम सिंह, स्थानीय निवासी इंदिरा कॉलोनी।
क्या कहना है अधिकारी का
इस सड़क को बनाने के लिए सितंबर 2021 में काम अलॉट किया गया था, लेकिन निर्माण हो नहीं पाया। 25 सितंबर 2022 से शुरू हुआ काम बारिश के कारण बीते दिनों काम रोक दिया गया था। कोशिश है कि एक सप्ताह में काम पूरा किया जाए।
-भूपेंद्र, कार्यकारी अभियंता, एचएसवीपी।