Faridabad/Alive News: पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय अभिषेक जोरवाल के मार्गदर्शन में फरीदाबाद पुलिस की सामुदायिक पुलिसिंग टीम द्वारा एनएचपीसी मुख्यालय में “पुलिस की पाठशाला” का आयोजन किया गया। इस सत्र को ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से संचालित किया गया, जिसमें एनएचपीसी के सभी प्रोजेक्ट्स को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ा गया। कार्यक्रम में एनएचपीसी मुख्यालय के 50 कर्मचारियों ने भौतिक रूप से भाग लिया, जबकि ऑनलाइन माध्यम से लगभग 300 कर्मचारी इस जागरूकता अभियान से जुड़े।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एनएचपीसी आईटी विभाग के प्रमुख, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. प्रशांत पटरी ने की जबकि जनरल मैनेजर विभोर और विकास कुमार ने भी इस मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज की।
साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि कैसे साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपनाकर आमजन को लालच और भ्रम के जाल में फंसा रहे हैं। साइबर अपराध जैसे अकाउंट ओपनिंग स्कैम, क्यूआर कोड स्कैम, नाइजीरियन स्कैम, आदि पर विशेष ध्यान दिया गया।
संस्थान स्तर पर IT सुरक्षा को मजबूत करने के सुझाव दिए गए, जैसे कि सिस्टम अपडेट्स, डेटा एन्क्रिप्शन, और दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (Two-Step Verification) के महत्व पर बल दिया गया। कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट्स का सुरक्षित उपयोग करने और अनजाने मित्र अनुरोधों को स्वीकार न करने की सलाह दी गई। Aadhaar-Enabled Payment System (AEPS) को बायोमेट्रिक से सुरक्षित करने की प्रक्रिया समझाई गई।
साइबर अपराध से जुड़ी समस्याओं की रिपोर्ट करने के लिए साइबर हेल्पलाइन 1930 और cybercrime.gov.in पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया बताई गई।
साइबर अरैस्ट और सेक्सटॉर्शन से संबंधित खतरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और इसे रोकने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई।
साइबर अपराध की जांच और कानूनी प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया गया कि अपराध की जांच किस प्रकार की जाती है और किसी भी आपात स्थिति में क्या कदम उठाने चाहिए। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को सतर्क रहने और जागरूकता बनाए रखने की अपील की गई, ताकि साइबर अपराधों से सुरक्षित रहा जा सके।
इस आयोजन की सराहना करते हुए एनएचपीसी के कर्मचारियों ने साइबर सुरक्षा के महत्व को समझा और भविष्य में सतर्कता बरतने का संकल्प लिया।