New Delhi/Alive News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से संवाद किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राज्य मंत्री डा. मुंजपारा महेंद्रभाई और बच्चों के साथ उनके माता-पिता और संबंधित जिलों के डीएम भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके वर्ष 2022 और 2021 के लिए पीएमआरबीपी पुरस्कार विजेताओं को डिजिटल प्रमाणपत्र प्रदान किए।
पीएम मोदी ने इस दौरान बच्चों से कहा कि पुरस्कारों के साथ आपको जिम्मेदारी भी मिली है। अब हर किसी की आपसे अपेक्षा भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कुछ भी हो आपको दबाव नहीं लेना है, इन सब से प्रेरणा लेनी है। आजादी की लड़ाई में वीर बाला कनकलता बरुआ, खुदीराम बोस जैसे वीरों का ऐसा इतिहास है जो गर्व से भर देता है। इन सेनानियों ने छोटी उम्र में ही देश की आजादी को अपने जीवन का मिशन बना लिया था। उसके लिए खुद को समर्पित कर दिया था, आप सबको भी इन्ही की तरह कार्य करने हैं।
नेताजी की प्रतिमा का किया जिक्र
पीएम मोदी ने बच्चों से संवाद के दौरान इंडिया गेट पर कल लगाई गई होलोग्राम प्रतिमा का भी जिक्र किया। बच्चों को नेताजी के जीवन से प्रेरणा लेने को कहा। पीएम ने कहा कि जिस तरह नेताजी ने देश के लिए अपने कर्तव्यों को निभाया उसी प्रकार आपको भी देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाना होगा।
इस वर्ष, बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत देशभर से 29 बच्चों को PMRBP-2022 के लिए चुना गया है। पुरस्कार विजेता हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लेते हैं। पीएमआरबीपी के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। पीएमओ से मिली जानकारी के अनुसार नकद पुरस्कार पीएमआरबीपी 2022 विजेताओं के संबंधित खातों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
इन बच्चों को मिलता है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
बता दें कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत में रहने वाले 5 वर्ष से अधिक और 18 वर्ष तक के बच्चों को नवाचार, शैक्षिक उपलब्धि, खेल, कला एवं संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी जैसे 6 क्षेत्रों में असाधारण क्षमता और उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने पर एक मान्यता के तौर पर दिया जाता है।