Patna/Alive News : पटना के इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) के कर्मचारियों के मेडिकल डिक्लेरेशन फॉर्म में दिए गए विवादित कॉलम को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सफाई दी है. संस्थान ने कर्मचारियों को मेडिकल डिक्लेरेशन से संबंधित एक फॉर्म भरने के लिए दिया है, इस फॉर्म में कर्मचारियों से उनकी वैवाहिक स्थिति का ब्योरा (Marital Declaration) मांगा गया है. इसमें उम्मीदवार को जो विकल्प दिए गए हैं, वे काफी हैरान करने वाले हैं.
संस्थान की तरफ से इस फॉर्म में कर्मचारियों से उनकी वर्जिनिटी को लेकर सवाल किया गया है. इसी में दिए गए अन्य ऑप्शन में उम्मीदवारों से उनकी पत्नियों की संख्या के बारे में भी जानकारी मांगी गई है.
जब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस शब्द (वर्जिनिटी) को लेकर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. मंत्री जी ने कहा कि उन्होंने शब्दकोश(Dictionary) में इसका अर्थ देखा है और “इसका अर्थ है कन्या, कुंआरी, पुण्यभूमि ये ऐसे शब्द है जिसे लेकर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. लेकिन फिर लोगों ने ये मामला मेरे संज्ञान में लाया तो मैंने IGIMS के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि ये एम्स का फॉरमैट है.”
पटना मेडिकल कॉलेज ने कर्मचारियों से पूछा, क्या आप वर्जिन हैं ?
आपको बता दें कि बुधवार को मीडिया में इस फॉर्म को लेकर खबर आई. फॉर्म की फोटो कॉपी में इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस की तरफ से मांगी गई ये जानकारियां साफ दिखाई दे रही हैं. अभी तक यह भी साफ नहीं हो सका है कि मेडिकल प्रशासन की तरफ से यह गलती हुई है या वास्तव में ये सभी जानकारियां मांगी गई हैं.
संस्थान की तरफ से पूछी गई यह जानकारी सोशल मीडिया में भी छा गई है. इसके बाद संस्थान की कार्यप्रणाली लोगों के निशाने पर आ गई है.