Faridabad/Alive News: प्याली-हार्डवेयर रोड को बनाने की मांग को लेकर और रोड पर हुए हादसों में लोगो की मौत मामले में दोषी नगर निगम अधिकारियों और ठेकेदार सहित ऑटो चालक पर कार्यवाही की मांग को लेकर युवा अनशनकारी अभिषेक गोस्वामी ने आज डबुआ चौक से लेकर परिवहन मंत्री पं.मूलचंद शर्मा के कार्यालय सैक्टर-8 तक पैदल मार्च निकाल कर अर्धनग्न प्रदर्शन कर परिवहन मंत्री पं.मूलचंद शर्मा के नाम ज्ञापन उनके पीआरओ जोगेन्द्र रावत को सौंपा।
गौरतलब है कि लगातार प्याली-हार्डवेयर खूनी सड़क के निर्माण की मांग को लेकर वर्ष 2018 में 13 दिन तथा वर्ष 2021 में 36 दिनों के धरने के बाद केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, परिवहन मंत्री पं.मूलचंद शर्मा ने सडक़ निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। 20 माह बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण पूरा नहीं हो सका। बार-बार ठेकेदार सड़क निर्माण में देरी कर रहा है, लेकिन अभी तक निर्माण अधर में लटका हुआ है।
ज्ञापन में अभिषेक गोस्वामी ने कहा कि 10-12 वर्षों के लंबे अंतराल में अब तक इस रोड पर दर्जनों भयंकर एक्सीडेंट हो चुके हैं। जिसमें कई लोगों के हाथ-पैर चले गए तो कईयों को गंभीर चोटें आई हैं और अब तक इस रोड पर तीन मौतें हो चुकी है। जिसमें 7.8 वर्ष पहले दीपक नामक नाबालिक बच्चे 21 सितंबर 2020 को सचिन नाम के इंजीनियर जोकि जनता कॉलोनी का निवासी था।
अब 20 नवंबर 2022 को डबुआ कॉलोनी निवासी एक वृद्ध परीक्षित जोकि पूजा कर अपने घर बाइक पर वापस लौट कर आ रहे थे। रोड़ के एकतरफा अधूरे पड़े निर्माण के कारण आमने-सामने की ऑटो और बाइक की टक्कर में अपने प्राण गवा चुके हैं। बड़े दुख की बात है कि परीक्षित स्वयन ने कुछ वर्ष पूर्व अपने एक नाबालिग पुत्र दीपक को भी इसी रोड़ पर खो दिया।
गोस्वामी ने परिवहन मंत्री होने के नाते फरीदाबाद शहर की में दौड़ रहे ऑटो जिनमें से 80 प्रतिशत रोड पर चलने की स्थिति में नहीं है या ऑटो चालको पर लाइसेंस नही है, उनके खिलाफ ट्रैफिक पुलिस द्वारा चिह्नित कर उपयुक्त कार्यवाही की जाए।
आटो पर ड्राइवर का नाम, लाइसेंस नंबर आदि लिखवाने का पुलिस विभाग को निर्देश दे और फरीदाबाद शहर में ऑटो चालको पर सख्ती से ड्रेस कोड लागू किया जाए, ताकि दुर्घटनाओ मे कमी आये और महिलाएं रात्रि समय में भी निडर होकर सफर कर सके और दोबारा से रोड पर परिक्षित स्वयंन जैसे वृद्ध एक तरफा बनी रोड पर तेज रफ्तार के कारण और ऑटोचालकों की लापरवाही से अपनी जान न गवा सके।