Palwal/Alive News : महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पलवल जिले के 126 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने की रूपरेखा तय की गई है। पहले चरण में 50 आंगनवाडी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदला जाएगा, बाकी 76 आंगनवाडी केंद्रों को दूसरे चरण में परिवर्तित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की महत्वाकांक्षी सोच के अनुरूप तीन से छह वर्ष के बच्चों को उच्च स्तर की स्कूल पूर्व शिक्षा देने के मकसद से यह पहल की गई है। प्रदेश के चार हजार आंगनवाडी केंद्र प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड़ होगें। पलवल जिले के 126 आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने की योजना तैयार की गई है। जिले में 1108 आंगनवाड़ी केंद्र है, सभी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि आगंनवाड़ी कार्यकर्ता प्ले स्कूलों को सुचारू रूप से चला सकें। गांव टीकरी ब्रहमण आंगनवाडी वर्कर मीना कुमारी ने बताया कि प्ले स्कूल के माध्यम से बच्चों का सर्वोंगीण विकास करना है। बच्चों को अभिभावकों को मोटीवेट करना है,कि जो सुविधाऐं प्राइवेट प्ले स्कूलों में दी जा रही है, वो सभी सुविधाऐं आंगनवाडी सेंटरों पर निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे प्ले स्कूल में आए ऐसी उनकी कोशिश रहेगी।
गांव पेलक की आंगनवाडी वर्कर मुन्नी देवी ने बताया कि आंगनवाडी केंद्र पर बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि निजी प्ले स्कूल में जिस तरह की सुविधाऐं होती है,ऐसी सुविधाऐं बच्चों को आंगनवाडी केंद्रों में खोले गए प्ले स्कूलों में मिलेंगी। अभिभावकों से भी अपील की गई है कि निजी प्ले स्कूल की बजाय सरकारी आंगनवाडी प्ले स्कूलों में भेजें ताकि बच्चों को बेहत्तर शिक्षा मिल सके।