Faridabad/Alive News: जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में साहित्य और भाषा विभाग द्वारा वैकल्पिक परामर्श और मध्यस्थता सेल (एसीएमसी) के सहयोग से ‘जल शक्ति अभियान 2023 – कैच द रेन कैंपेन’ के अंतर्गत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कुलपति प्रो. डॉ. सुशील कुमार तोमर के मार्गदर्शन में जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए किया गया।
विभिन्न विषयों के प्रतिभागियों ने जल संसाधनों के संरक्षण, क्षेत्र में जल निकायों को बचाने, जल और भविष्य की दुनिया, जल और युद्ध, और साहित्य में विषय के रूप में जल जैसे विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग ने सराहना की। इस कार्यक्रम में एसीएमसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रो. मनीष वशिष्ठ, ऊर्जा अध्ययन विभाग के प्रो. अरविंद गुप्ता, इलेक्ट्रॉनिक्स के विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप डिमरी, साहित्य और भाषा विभाग के अध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा, डिप्टी डीएसडब्ल्यू डॉ. सोनिया बंसल तथा भारत भूषण उपस्थित थे।
साहित्य और भाषा विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिव्यज्योति सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल को विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने वाली शक्ति के रूप में वर्णित किया। प्रो. अरविंद गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की पारिस्थितिकी तंत्र के प्रति एक नैतिक जिम्मेदारी होनी चाहिए, और सतत विकास के लिए बायोडिग्रेडेबल उत्पादों के उपयोग पर बल दिया। प्रो प्रदीप डिमरी ने पीने योग्य पानी के महत्व और इसकी सीमित पहुंच का उल्लेख किया तथा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में जागरूक किया जिसमें कहा गया है कि पानी सिर्फ एक संसाधन नहीं है बल्कि एक जीवन इकाई है।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित काव्य पाठ प्रतियोगिता में विभाग की छात्रा याशिका और भाषण प्रतियोगिता में गार्गी विजेता रही। अंत में कार्यक्रम की आयोजक सचिव ममता बंसल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।