Chandigarh/Alive News: सरकार की ओर से पढ़ाई के साथ ही विद्यार्थियों को नीच और जेईई मेंस की कोचिंग दिलाने के लिए शुरू किए गए। सुपर 100 कार्यक्रम को कुछ जिले ग्रहण लगा रहे हैं। सरकार इस कार्यक्रम के तहत लाखों रुपए खर्च करके विद्यार्थियों को कोचिंग करा रही है। लेकिन प्रदेश के 7 जिले में से एक 1000 विद्यार्थियों ने भी इसकी परीक्षा देने के लिए आवेदन नहीं किया है।
मंगलवार को सुपर 100 कार्यक्रम की परीक्षा के लिए आवेदन करने का अंतिम दिन था। प्रदेश से कुल 29 हजार 732 बच्चों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है। जिस में सर्वाधिक संख्या अंबाला जिले के विद्यार्थियों की रही।
11वीं 12वीं की पढ़ाई की साथ ही सुपर 100 की कोचिंग दी जाती है। इस प्रोग्राम के तहत सरकारी स्कूलों के बच्चों को 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई के साथ ही नेक और जेईई की परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है इसके प्रोग्राम के तहत 600 विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाती हैं। जिसमें से 400 विद्यार्थियों को सेंटर पर ही रखा जाता है और 200 की ऑनलाइन कोचिंग दी जाती है। केवल रेवाड़ी में विकल्प फाउंडेशन की ओर से 100 प्रोग्रामों के तहत कोचिंग दी जाती हैं। सुपर शो प्रोग्राम में चयन के लिए दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है। जिसके लिए आवेदन करना पड़ता है।
इन जिलों में विद्यार्थी नहीं दिखा रहे रुचि
फरीदाबाद में 859, झज्जर में 607, पानीपत में 978, महेंद्रगढ़ में 877, यमुनानगर में 544 और पलवल में 713 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। इन 7 जिलों में एक 1000 विद्यार्थी की भी विज्ञान विषय में रुचि नहीं है।