Faridabad/Alive News: फरीदाबाद के जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा तक अक्षय ऊर्जा और ऊर्जा संरक्षण पर एक दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया। सम्मेलन का उद्घाटन अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, सह-जिला नागरिक संसाधन सूचना अधिकारी और मुख्य अतिथि प्रोफेसर भीम सिंह- आईआईटी दिल्ली से एसईआरबी नेशनल साइंस चेयर और जे.सी. बोस विज्ञान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. एस.के. गर्ग द्वारा किया गया।
अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता ने कहा कि अक्षय ऊर्जा असीमित और प्रदूषण रहित ऊर्जा है, जिसका नवीकरण होता रहता है। ऊर्जा संरक्षण की आदतों को अपनाने के साथ ही ऐसे अक्षय ऊर्जा संसाधनों की ओर कदम बढ़ाना आज समय की सबसे बड़ी मांग है। आज हमारा पर्यावरण बहुत तेजी से बदल रहा है और अब जरुरत की हम इस अवसर में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में नए नए प्रयोग करें। आर्थिक विकास का भी ऊर्जा उपयोग के साथ मजबूत संबंध होता है। इसलिए भारत जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए ऊर्जा जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बहुत जरूरी है। हमें अपने जीवन में ऊर्जा के महत्त्व को समझते हुए ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक होना ही होगा। देश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि ऊर्जा चाहे किसी भी रूप में हो, वह उसे व्यर्थ में नष्ट न करे।
इस अवसर पर प्रो. भीम सिंह और डॉ.पी.पी.मित्तल, मान्यता प्राप्त ऊर्जा लेखा परीक्षक द्वारा मुख्य व्याख्यान दिए गए और उन्होंने अक्षय ऊर्जा के विभिन्न क्षेत्रों और टिकाऊ ऊर्जा से संबंधित नई तकनीकों पर अपना व्याख्यान दिया। मुख्य उद्देश्य नई, विश्वसनीय, विकेन्द्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों पर चर्चा करना और खिड़की खोलना था। इसके बाद फिडस इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और फिडस एनर्जी से संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों श्री पंकज यादव की देखरेख में प्रतिभागियों को अपनी परियोजनाओं को प्रस्तुत करने के लिए प्रदर्शनी प्रदान की गई।
इस एक दिवसीय कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया। इस प्रदर्शनी ने उपस्थित लोगों को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, टिकाऊ ऊर्जा और पर्यावरण पर इसके प्रभाव से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अक्षय ऊर्जा और ऊर्जा संरक्षण के बारे में जानने के लिए एक मंच प्रदान किया गया। यह एक प्रमुख अंतःविषय और शिक्षकों को नवीनतम नवाचारों, प्रवृत्तियों और चिंताओं के साथ-साथ व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करने और ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में अपनाए गए समाधानों को प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए भी प्रदान करता है।
चेयरपर्सन प्रो अंजू गुप्ता ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और प्रतिभागियों को संबोधित किया और उन्हें हाल के रुझानों और प्रौद्योगिकियों में शोध करने के लिए प्रेरित किया। प्रदर्शनी के बाद ईकोसेंस सस्टेनेबल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आरई और ईसी में नवाचार पर आधे दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. रश्मि अग्रवाल ने प्रदर्शनी के मूल विषय पर प्रतिभागियों को जानकारी दी। मेहमानों का सत्कार पौधे और स्मृति चिन्ह के साथ किया गया।