November 6, 2024

डॉग शेल्टर होम की योजना को अधिकारियों ने सीमित किया कागजों तक, खामियाजा भुगत रहे लोग

Faridabad/Alive News: शहर में बढ़ते लावारिस कुत्तों के आतंक को कम करने के उद्देश्य से फरीदाबाद स्मार्ट सिटी ने लगभग एक साल पहले जिले में लंदन की तर्ज पर कुत्तों के लिए शेल्टर होम बनाने की योजना बड़े जोरों शोरों से शुरू की थी। लेकिन एक साल बाद भी स्मार्ट सिटी की यह योजना सिरे नही चढ़ पाई है। अन्य सरकारी योजनाओं की तरह स्मार्ट सिटी की यह योजना भी केवल सरकारी कागजों में ही सिमट कर रह गई। उधर, जिले की कई सोसायटियों में कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है।

एनआईटी-5 में बना डॉग शेल्टर होम

दरअसल, स्मार्ट सिटी ने जब इस योजना की शुरुआत की थी। तब उस समय कुल बजट 10 लाख रुपये रखा गया था और डॉग शेल्टर होम के लिए स्मार्ट सिटी अधिकारियों ने शहर में 10 जगह भी चिह्नित किए थे। लेकिन एक साल बीतने के बाद भी शहर में चिन्हित जगहों पर स्मार्ट सिटी द्वारा डॉग शेल्टर होम नही बनाए गए है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

क्या कहना है लोगों का
जिले में लगातार लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ने के साथ लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है। लावारिस कुत्ते आए दिन लोगों को अपना शिकार बना रहे है। स्मार्ट सिटी ने एक साल पहले स्ट्रीट डॉग्स के लिए शेल्टर होम बनाने की योजना शुरू की थी। लेकिन वह भी ठंडे बस्ते में है। सोसाइटी के प्रमोद मनोचा, जवाहर सिंह, अभास चंदीला ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी को शेल्टर होम बनाने के लिए ज्ञापन भी दिया है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके लिए जिले में केवल एक ही संस्थान पीएफए काम कर रही है।
दीपा सक्सेना, एक्स प्रिसीडेंट आरडब्ल्यूए सेक्टर-85

स्मार्ट सिटी ने जब यह कवायद शुरू की तो लगा था कि भूखे कुत्तों को खाना और रहने के लिए जगह मिल जायेगी और इस पहल से लोग भी सुरक्षित रहेंगे। लेकिन स्मार्ट सिटी की यह योजना अभी अधर में ही है और भूखे स्ट्रीट डॉग्स लोगों को अपना शिकार बना रहे है। स्मार्ट सिटी और नगर निगम को हमने कई बार कहा है कि सोसाइटी में आप सिर्फ शेल्टर होम बना दें, बाकी साफ-सफाई और कुत्तों के खाने पीने की जिम्मेवारी सोसाइटी के लोग खुद संभाल लेंगे। उसके बाद भी अधिकारियों ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है।
बिजेंद्र, बीपीटीपी निवासी।

क्या कहना है निगम अधिकारी का
शहर में लावारिस कुत्तों के रखरखाव और इन पर नजर रखने के लिए नगर निगम के पास अभी कोई विस्तृत योजना नहीं है। शहर के पशु-पक्षियों के लिए कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा इनकी देखरेख की जाती है। नगर निगम को भी यह कार्य सौंपा गया है। लेकिन अब तक निगम की तरफ से शहर में एक भी शेल्टर होम नही बनाए गए है। फिलहाल स्मार्ट सिटी द्वारा कुछ गिने चुने स्थानों पर शेल्टर होम बनाए गए है।

राजेन्द्र दहिया, एसआई सेनिटेशन विभाग नगर निगम।