Chandigarh/Alive News : हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में मंगलवार को सभी जिलों में ओपीडी सेवाएं बंद रही। मांगों को लेकर चिकित्सक हड़ताल पर रहे लेकिन उसके बाद भी चरखी दादरी में डॉक्टरों ने अपना फर्ज निभाया। चरखी दादरी सिविल अस्पताल में सामूहिक अवकाश पर गए चिकित्सक एक महिला की जान बचाने के लिए इमरजेंसी कक्ष में पहुंच गए। लेकिन महिला की जान नहीं बच सकी।
जानकारी के अनुसार शहर के हरि नगर निवासी 21 साल की युवती ने मंगलवार सुबह घर पर संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। इसकी सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम महिला के घर पहुंची और वहां से उसे लेकर सिविल अस्पताल पहुंची। ये देखते ही अस्पताल के मेन गेट पर बैठकर धरना दे रहे डॉक्टर्स वहां से उठकर तुरंत इमरजेंसी कक्ष पहुंच गए और महिला मरीज की जान बचाने की जदोजहद में लग गए।
जानकारी के अनुसार एसएमओ की सीधे भर्ती न हो, यह पद प्रमोशन से भरे जाएं, डॉक्टरों की तीन के बजाय चार एसीपी 4, 9, 13 और 20 साल में मिलें और विशेषज्ञों के लिए अलग काडर तैयार करने की मांग पूरी न होने से नाराज चिकित्सक मंगलवार को हड़ताल पर रहे।
यहां फंसी है फाइल
मांगों को लेकर सरकार से डॉक्टरों की सहमति भी हो चुकी है। फाइल स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से पास होकर सीएमओ ऑफिस में है। मांगें वित्त विभाग से जुड़ी हैं लेकिन यहां से फाइल पास नहीं होने के कारण ही नया नोटिफिकेशन जारी नहीं हो पा रहा है। इसी कारण वित्त विभाग के एसीएस से डॉक्टरों की बैठक तय की गई थी।
डॉक्टरों के अनुसार दो दिन में अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 14 जनवरी से इमरजेंसी सेवाएं बंद कर पूर्ण हड़ताल की जाएगी। पहले भी कई बार आश्वासन मिल चुके हैं। अब फाइल पर वित्त विभाग की मुहर लगने के बाद ही बात की जाएगी।