November 6, 2024

एनएसएस के चौथे दिन स्वयंसेविकाओं ने विक्लांग व मंदबुद्धि बच्चों के साथ बिताया समय

 

Faridabad, 11 March:-  एनएच तीन स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना कैंप के चौथे दिन स्वयंसेविकाओं ने विक्लांग व मंदबुद्धि बच्चों के स्कूल का भ्रमण किया। वहां उनके साथ समय बिताए। स्वयंसेविकाओं का नेतृत्व एनएसएस गर्ल्स विंग की इंचार्ज डॉ. सुनीता आहूजा ने किया। स्वयंसेविकाओं को उनके सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियों में हिस्सा ले रही हैं।

2cab3be6-d9a7-467d-8dba-6fa32d4302ba

डॉ. सुनीता ने कहा कि एनएसएस की गतिविधियों के जरिए इन्हें एक सभ्य समाज के निर्माण के योगदान देने में अपनी महती भूमिका की सीख दी जा रही है। जीवन में हर किसी से सीख ली जाती है। उन्होंने स्कूल में बढ़ रहे और विभिन्न तरह के प्रशिक्षण ले रहे बच्चों से सीख लेने के लिए प्रेरित किया। डॉ. आहूजा ने स्वयंसेविकाओं को समझाया कि मंदबुद्धि व विक्लांग बच्चें तो हिम्मत नहीं हारते तो फिर हम तो सक्षम हैं। ईश्वर के इस वरदान का धन्यवाद करते हुए हमें जरुरतमंदों की सहायता करने के अहसास कराया है। फिर सुबह कालेज के बाहर स्वयंसेविकाओं ने लोगों को ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के लिए जागरुक किया।
इस अभियान के परिणामस्वरुप ऑटोरिक्शा चालकों ने गेट के सामने ऑटो नहीं रोके। व्यवस्था को बनाते हुए लोगों को उतारा व बैठाया। रोजाना निकलने वाले राहगीरों ने स्वयंसेविकाओं के इस प्रयास की सराहना की। इसके बाद स्वयंसेविकाऐं सेक्टर-२३ स्थित विक्लांग व मंदबुद्धि बच्चों के स्कूल गई। वहां उन बच्चों को सामान्य तरीके से कमा करते हुए देख कर स्वयंसेविकाऐं हैरान रह गई। वहां बच्चें पढ़ाई के साथ कंप्यूटर पर भी काम कर रहे थे। स्वयंसेविकाओं ने बच्चों के साथ खेल व डांस भी किया। उन्होंने बच्चों को झूला, मिठाई व अन्य सामाग्री वितरित की। इसके उपरांत स्वयंसेविकाओं ने परिचर्चा में हिस्सा लिया। इसमें र्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक किया गया। इन्हें समझाया गया कि मानव जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए यह बहुत जरुरी है कि प्राकृतिक संसाधन प्रद्षित न हो। शुद्ध वातावरण व पौष्टिक आहार मिलता रहे।